इंदौर न्यूज़ (Indore News)

पार्टी की निष्ठा और जनता का प्रेम ही मेरी पूंजी : विजयवर्गीय

  • समर्पित है जीवन सेवा के लिए… जहां जाऊं परिवार बनाऊं…

इंदौर (Indore)। मैं तो शिव का दास और राम का भक्त रहा हूं… साथियों के साथ रामायण मंडल बनाया… गली-गली राम की चौपाइयां गाते -सुनाते अपनों को जुटाया… फिर राम का आदेश आया और जनता की सेवा के लिए राजनीति में चला आया… तब से लेकर आज तक जनता की सेवा के लिए जीवन को समर्पित कर रखा है और सेवा का माध्यम बनी पार्टी को राम मानते हुए हनुमानजी की तरह जेहन में निष्ठा रखी… पार्टी ने जो आदेश दिया उसका पालन किया… जहां भेजा वहां चला गया… और जहां गया वहां परिवार बन गया… यही जीवन का लक्ष्य और मार्ग रहा…पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया और पार्टी ने जो चाहा वो मैंने किया… चुनाव लड़ाना पार्टी का काम रहा है और जिताना जनता का… मेरा चुनाव साथियों और कार्यकर्ताओं ने ही लड़ा और जब हजारों लोग आपके लिए दिल से जुटते हैं तो जीत स्वाभाविक हो जाती है… यह कहना है भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का…

लंबे समय बाद प्रदेश की राजनीति में पुन: प्रवेश पर विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी ने मुझे संगठन की जिम्मेदारी देकर पूरे देश में पार्टी की सेवा का मौका दिया…इस दौरान मैं देशभर के लोगों के समीप आया… लेकिन प्रदेश और खासतौर पर इंदौर शहर से मेरा विशेष प्रेम रहा… जब-जब शहर को मेरी जरूरत पड़ी मैं दौड़ा चला आया… कोरोना काल में इंदौर को चैतन्य कर सेवा को वो जज्बा दिखाया कि पूरा देश आज भी इंदौर को याद करता है…मित्रता को प्राथमिकता के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि मैंने कभी स्वयं को बड़ा बनाने का प्रयास नहीं किया…मैंने अपने मित्रों और साथियों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया और उन लोगों के समर्पण सहायता और निष्ठा ने मुझे आगे बढ़ाया… जिंदगी की यह सीख भी मुझे धर्म से मिली, जिसमें राम की बंदगी और हनुमानजी की भक्ति और निष्ठा शामिल रही… मैंने अपने सभी साथियों को भी यही समझाया कि दुआओं को बटोरो… दुआओं से बड़ी दौलत कोई नहीं है और उसी का नतीजा है कि बड़ी से बड़ी मुसीबतें भी दुआओं की बदौलत टल जाती हैं…उन्होंने कहा कि राजनीति जनता की सेवा का ऐसा माध्यम है कि लोग आप तक पहुंचते हैं और आपको उनकी सेवा करने का मौका देते हैं…


लगातार सीट बदलने और स्वयं को आजमाते हुए आधा इंदौर शहर नापने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि यह पार्टी का भरोसा है कि वह मुझे हर क्षेत्र की जनता की सेवा का मौका देती है और जनता मुझ पर विश्वास करती है…पार्षद के चुनाव से राजनीति की शुरुआत करने वाले विजयवर्गीय कांग्रेस के गढ़ क्षेत्र क्र. 4 को भेदने के बाद लगातार हारने वाली मिल क्षेत्र की सीट को भाजपाई किले में बदलने के बाद महू के उस क्षेत्र तक चुनाव लड़ चुके हैं, जहां कांग्रेस जीतती आ रही थी…एक बार फिर पार्टी ने हारी हुई सीट पर उन्हें खड़ा तो किया है, लेकिन पूरे मालवा-निमाड़ अंचल की जिम्मेदारी भी सौंपी है…इस पर विजयवर्गीय का कहना है कि मेरा चुनाव मैंने नहीं, बल्कि साथियों और कार्यकर्ताओं ने लड़ा है…वैसे भी मैं चुनाव के वक्त जनता के बीच रहा या न रहा, लेकिन हर वक्त लोगों के बीच रहा हूं…और यही कारण है कि मैं एक सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन कई सीटों पर साथियों की हौसला-आफजाई और जनता को आश्वस्त करने के लिए लगातार जाता रहा…पार्टी की ही बदौलत मैंने पश्चिम बंगाल के तृणमूल किले में सेंध लगाई और वहां भी जनता का विश्वास पाया…हम न केवल इंदौर या मालवा-निमाड़ अंचल में, बल्कि पूरे प्रदेश में पार्टी के किए गए विकास की बदौलत एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहे हैं…पार्टी द्वारा उनके सहित मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार एक साथ उतारे जाने पर उन्होंने कहा कि हम सभी पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं… और पार्टी जो जिम्मेदारी हमें सौंपती है हम उसके लिए तत्पर रहते हैं…मेरी कोई अपनी आकांक्षा और अपेक्षा नहीं रही, क्योंकि मुझे पार्टी ने हर बार चाहत और अपेक्षा से ज्यादा दिया है…और जो पार्टी ने कहा है वह हमने किया है…

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