भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

सिवनी में आदिवासियों की हत्या पर राजनीति गरमाई

  • हत्यारोपियों के परिजनों ने रोका भाजपा जांच दल का काफिला
  • सीबीआई जांच की मांग, पुलिस कस्टमी में मौत के लगाए आरोप

भोपाल। सिवनी जिले के आदिवासी विकासखंड कुरई के सिमरिया गांव में दो आदिवासियों की हत्या के मामले में प्रदेश में राजनीति गरमा गई है। रविवार को भाजपा समेत अन्य दलों के नेता पीडि़त स्वजन से मिलने सिमरिया गांव पहुंचे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा इस मामले की जांच के लिए बनाए गए छह सदस्य दल को पीडि़त परिजनों से मिलने इंतजार करना पड़ा। जांच दल लौटने पर हत्यारोपियों के परिजनों ने काफिला रोका और सीबीआई जांच की मांग की। हत्यारोपियों के परिजनों ने आदिवासियों की पुलिस कस्टमी में मौत होने के आरोप लगाए हैं। भाजपा के जांच दल में पार्टी राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धुर्वे, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव गजेंद्र पटेल, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भावर, बैतूल सांसद दुर्गा प्रसाद उईके, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष नत्थन शाह व भाजपा के प्रदेश महामंत्री हरिशंकर खटीक पीडि़त परिजनों से मिलने सिमरिया गांव पहुंचे। इस दौरान पहले से वहां गोंडवाना व अन्य पार्टियों के एक सौ से अधिक पदाधिकारी मौजूद थे। इसके कारण जांच दल में शामिल भाजपा के जनप्रतिनिधियों को इंतजार करना पड़ा। इसके बाद एक कमरे में उन्होंने पीडि़त स्वजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली। इस दौरान जांच दल के साथ पहुंची राज्य सभा सदस्य संपतिया उईके के खिलाफ नारे भी लगाए गए।


एक-एक बिंदू की होगी जांच
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव गजेंद्र पटेल ने बताया कि घटना की एक-एक बिंदु की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई जरूर होगी। हत्या में शामिल आरोपियों के बजरंग दल या अन्य दल में शामिल होने की बात पर उन्होंने कहा की अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, इसलिए यह कहना अनुचित है कि घटना में किसी दल के लोग शामिल थे।उन्होंने कहां की पूर्व की सरकारों के समय ऐसी घटनाओं पर पीडि़तों को कोई आर्थिक लाभ नहीं मिलता था लेकिन भाजपा सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल पीडि़त स्वजनों को आर्थिक सहायता के साथ अन्य सुविधाएं मुहैया कराई हैं।बैतूल सांसद ने कहा कि इस पूरी घटना में पर्दे के पीछे जो शक्तियां सक्रिय हैं वह उजागर होंगी।

आरोपियो के स्वजन ने रोका काफिला
सिमरिया से जब भाजपा का जांच दल वापस लौट रहा था तब बादलपार गांव के पास हत्या के आरोप में पकड़े गए आरोपितों के स्वजनों ने उनके काफिले को रोक दिया। इस दौरान उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग का आवेदन भी दिया। आरोपितों के स्वजनों का आरोप है कि जब घटना में मृत हुए दोनों आदिवासियों को पुलिस के हवाले किया गया था, तब दोनों ठीक थे। पुलिस की कस्टडी में जाने के बाद उनकी मौत हुई है। इस मामले की भी सूक्ष्मता से पूरी जांच होनी चाहिए।

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