जोहान्सबर्ग। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने नस्लीय भेदभाव के आरोपों को दूर करने के लिए अपने प्रोजेक्ट: क्रिकेट फॉर सोशल जस्टिस एंड नेशन बिल्डिंग (एसजेएन) के तहत एक स्थायी प्रतिक्रिया रणनीति शुरू की है।
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी ने ब्लैक लाइव्स मैटर अभियान का नेतृत्व किया है और मखाया नतिनी जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने क्रिकेट में नस्लीय भेदभाव के कई आरोप लगाए हैं।
सीएसए ने एक बयान में कहा,”नस्लीय भेदभाव को लेकर क्रिकेट प्रशंसकों और पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ियों व दक्षिण अफ्रीकी सार्वजनिक और व्यापक हितधारक समूहों के आक्रोश को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। नस्लीय भेदभाव को रोकने के लिए बोर्ड की परिवर्तन समिति ने अपनी परियोजना: क्रिकेट फॉर सोशल जस्टिस एंड नेशन बिल्डिंग (एसजेएन), के तहत एक स्थायी स्थायी प्रतिक्रिया रणनीति शुरू की है।”
सीएसए ने कहा कि इस रणनीति के तहत स्वतंत्र कार्यालय लोकपाल की स्थापना की जाएगी, जिसके मुख्य कार्य में स्वतंत्र शिकायत प्रणाली का प्रबंधन, एक राष्ट्रीय एसजेएन की बैठक बुलाना और यह देखना कि परिवर्तन कार्यक्रम किस हद तक समाज में प्रभावी हैं, शामिल है।
बोर्ड ने आगे कहा कि योजना यह है कि लोकपाल को अगस्त 2020 के अंत तक नियुक्त किया जाए। स्वतंत्र निदेशक और परिवर्तन अध्यक्ष, डॉ. यूजेनिया कुला-अमेय, यह सुनिश्चित करने की प्रक्रिया का नेतृत्व करेंगे कि एसजेएन प्रक्रिया अखंडता बनाए रखे। बयान में कहा गया है कि आने वाले दिनों में पूर्व खिलाड़ियों के साथ प्रमुख हित धारकों के साथ आपस में मिलने का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
सीएससी बोर्ड के अध्यक्ष क्रिस नेन्जानी ने कहा, “हमें खेद है कि हमारे क्रिकेट खिलाड़ियों को अपने नए लोकतंत्र के तहत नस्लीय दुर्व्यवहार के साथ अपने साथियों द्वारा दी गई मानसिक कठिनाइयों को झेलना पड़ा, जो हमें सामंजस्य और समावेशिता को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।”
उन्होंने कहा कि एसजेएन क्रिकेट की नस्लीय भेदभाव से छुटकारा पाने के लिए बनाई गई अपनी तरह की पहली परियोजना है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसे सभी हितधारकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि यह क्रिकेट के भविष्य की स्थिरता के लिए सफल हो। (एजेन्सी, हि.स.)
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