- सीएचसी से लेकर उपस्वास्थ्य केंद्र तक होगी 24 घंटे हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा, रियल टाइम होगी डेटा एंट्री
भोपाल। गांवों में फैल रहीं बीमारियों और हाई रिस्क गर्भवती, कुपोषित बच्चों की जानकारी अब तुरंत राज्य स्तर के कंट्रोल रूम को मिल सकेगी। एनएचएम की ओर से प्रदेश भर के करीब 12 हजार स्वास्थ्य संस्थाओं में हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा शुरू कराई जाएगी। एनएचएम ने इसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक यह सुविधा सितंबर तक शुरू हो जाएगी। इससे दूर-दराज के गांवों में रहने वाले ग्रामीणों की सेहत पर राज्य स्तर से सीधे निगरानी की जा सकेगी। किसी बीमारी के मरीज ज्यादा बढ़ते दिखे को राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम को एलर्ट मिल जाएगा।
सीएचसी, पीएचसी और उप स्वास्थ्य केन्द्र पर आने वाले मरीजों की एचआईएमएस और अन्य पोर्टल पर तुरंत एंट्री होगी। गर्भवतियों की जांच के दौरान यदि किसी में एनीमिया, हाई ब्लड़ प्रेशर, शुगर, कैंसर जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं तो पोर्टल पर एंट्री के बाद उस हाई रिस्क गर्भवती की ट्रेकिंग और ट्रीटमेंट के लिए राज्य स्तर से निगरानी शुरू हो जाएगी। यही नहीं गांवों में तेजी से मलेरिया, डायरिया जैसी बीमारियों के मरीज बढऩे पर उनकी समय से एंट्री हो सकेगी। इससे राज्य स्तर से स्थिति को काबू करने के लिए मेडिकल हेल्प भी पहुंचाई जा सकेगी।
कवरेज विहीन गांवों में मिलेगी मदद
एनएचएम के अधिकारियों की मानें को अभी हर संस्था में एक टेबलेट को इंटरनेट सुविधा के साथ दिया गया है लेकिन कुछ गांवों में इंटरनेट कवरेज न होने और इंटरनेट स्पीड़ न मिलने के कारण डेटा समय से दर्ज नहीं हो पाता। ऐसे में यह अतिरिक्त इंटरनेट सुविधा कारगर साबित होगी।
एचएमआईएस से मिलेगी रियल टाइम इन्फॉर्मेशन
सभी अस्पतालों और हेल्थ फैसेलिटी में एनएचएम द्वारा हाई स्पीड़ इंटरनेट के जरिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम को जोड़ा जाएगा। इससे स्वास्थ्य शिक्षा, पोषण को बढ़ावा देने, मां और बच्चे की जांच, उपचार और देखभाल, परिवार कल्याण सेवाओं के प्रावधान, टीकाकरण, रोग नियंत्रण, बीमारी और चोट के लिए उचित उपचार जैसी सेवाओं की सुविधा मिलेगी।