भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

सिंधिया की संघ से बढ़ती नजदीकी से भाजपा में हड़कंप

  • अपने समर्थकों के साथ समिदा में एक घंटे तक रहे

भोपाल। भाजपा नेता आम तौर पर विशेष परिस्थिति एवं अवसरों पर संघ नेताओं से मुलाकात करने पहुंचते हैं, लेकिन जिस तरह से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की संघ से नजदीकी बढ़ रही है, उससे मप्र भाजपा में नए समीकरणों को बल मिल रहा है। भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया सबसे पहले संघ मुख्यालय नागपुर गए थे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली, नागपुर एवं भाजपा में संघ के कई नेताओं से मुलाकात की है। गुरुवार को दिल्ली से भोपाल आने पर सिंधिया का सीधे समिदा पहुंचना भाजपा नेताओं को हजम नहीं हो रहा है। खास बात यह है कि सिंधिया के साथ भाजपा का कोई भी पुराना नेता नहीं था। वे अपने समर्थक मंत्री एवं अन्य नेताओं के साथ ही समिदा गए थे। दरअसल सिंधिया की मंत्रिमंडल एवं संगठन विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा एवं संगठन महामंत्री सुहास भगत से चर्चा होना है। यह मुलाकात गुरुवार शाम को सीएम निवास पर होना प्रस्तावित थी, लेकिन मुख्यमंत्री के गोंदिया से वापस नहीं लौटने की वजह से यह मुलाकाल टल गई। ऐसे में सिंधिया ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के निवास पर पहुंचकर सामान्य चर्चा की। इस दौरान उनके साथ समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, महेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रद्ुम्र सिंह तोमर एवं अन्य दिनभर साथ रहे। संघ कार्यालय में भी सिंधिया के साथ उनके समर्थक मंत्री थी। सिंधिया की मंजूरी नहीं मिलने की वजह से ही इमरती देवी ने इस्तीफा नहीं दिया है। खबर है कि सिंधिया हारे हुए मंत्रियों के पुनर्वास और उनके अन्य समर्थक विधायकों को लेकर चर्चा करने वाले हैं। हालांकि सिंधिया ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कुछ भी कहने से इंकार करते हुए इसे मुख्यमंत्री और पार्टी के क्षेत्राधिकार का मामला बता दिया है। उन्होंने संघ नेताओं से हुई मुलाकात को सामान्य भेंट बताया है। हालांकि भाजपा में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।

आज स्थिति साफ कर सकते हैं मुख्यमंत्री
सिंधिया के संघ नेताओं से मुलाकात के बाद भाजपा की अंदरखाने उथल-पुथल मची हुई है। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दोपहर में पत्रकारों से चर्चा करने जा रहे हैं। संभवत: इस दौरान वे मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन विस्तार को लेकर स्थिति साफ कर सकते हैं। हालांकि मुख्यमंत्री उपचुनाव के नतीजे आने के बाद यह स्पष्ट कर चुके हैं कि अभी मंत्रिमंडल विस्तार की कोई जल्दबाजी नहीं है।

गोविंद-तुलसी को जल्द शपथ दिलाना चाहते हैं सिंधिया
इधर सूत्रों का कहना है कि सिंधिया चाहते हैं कि गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट को जल्द फिर से मंत्री बनाया जाए। इसके लिए जल्द ही शपथ समारेाह आयोजित किया जाए। दोनों नेता एक महीने पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। दोनों के विभाग अभी मुख्यमंत्री के पास ही है। मुख्यमंत्री ने किसी अन्य मंत्री को इनके विभागों का बंटवारा नहीं किया है।

समर्थकों को संगठन में भी दिलाएंगे जगह
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों को भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में भी जगह दिलाना चाहे हैं। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की सिंधिया के साथ 18 नंवबर को दिल्ली में पहले दौर की बैठक हो चुकी है। दोनों नेताओं की 19 नंवबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक होना थी, लेकिन मुख्यमंत्री के गोंदिया में रुकने के कारण यह बैठक नहीं हुई। इस बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार और भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर चर्चा होना थी। हालांकि मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार की जल्दबाजी नहीं है। प्रदेशाध्यक्ष जल्दी से जल्दी नई टीम भी घोषित करना चाहते हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष की टीम में 10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्री रहेंगे। सिंधिया समर्थकों को कार्यकारिणी में शामिल करने पर सहमित बन गई है। इसको लेकर संभवत: एक और बैठक होना है।

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