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शेयर समीक्षा: बाजार की तेजी से बढ़ा निवेशकों का उत्साह

नई दिल्ली। शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह (trading week) भारतीय शेयर बाजार (indian stock market) के लिए मजबूती वाला सप्ताह रहा। पांच दिन के कारोबार में शेयर बाजार ने सिर्फ एक दिन गुरुवार को मामूली गिरावट का सामना करने के अलावा शेष चारों दिन मुनाफा कमा कर अपने कारोबार का अंत किया। इस कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) 1,914.49 अंक यानी करीब 3.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,276.69 अंक के स्तर पर बंद हुआ, जबकि एनएसई का निफ्टी (NSE’s Nifty) 3.01 प्रतिशत की बढ़त दिखाते हुए 517.45 अंक की तेजी के साथ 17,670.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ। बाजार की इस तेजी के कारण निवेशकों का आत्मविश्वास भी लौटता नजर आया।

इस कारोबारी सप्ताह के दौरान भारतीय शेयर बाजार को अंतरराष्ट्रीय हालात में हुए बदलाव का भरपूर सपोर्ट मिला। वैश्विक बाजार में क्रूड ऑयल के सर्वोच्च स्तर से नीचे आने की खबरों ने इस सप्ताह शेयर बाजार का उत्साह बढ़ाया। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में रूस द्वारा अपने हमले की गति कम करने की बात पर सहमत होने की खबर ने भी कारोबारी जगत को काफी राहत दी। शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान बीएसई के लार्ज कैप इंडेक्स में 3 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल अडाणी टोटल गैस, अडाणी इंटरप्राइजेज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, इंडस टॉवर्स, गेल इंडिया और मैरिको जैसी कंपनियों के शेयर ने पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान अपने निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा कराया। इसके अलावा हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अरबिंदो फर्मास्युटिकल्स और हीरो मोटोकॉर्प भी अपने निवेशकों को मुनाफा दिलाने वाले शेयरों में शामिल हुए।


इसी तरह बीएसई के मिडकैप इंडेक्स ने भी पिछले कारोबारी सप्ताह में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2.7 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। इस इंडेक्स में शामिल बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट, अडाणी पावर, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एबॉट इंडिया और ओबेरॉय रियल्टी के शेयरों में 7 से लेकर 42 प्रतिशत तक की तेजी का प्रदर्शन किया। हालांकि इस इंडेक्स में शामिल कुछ शेयर नुकसान का सामना करके भी बंद हुए। नुकसान का सामना करने वाले शेयरों में अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज, अजंता फार्मास्युटिकल्स, एल्केम लैबोरेट्रीज और एंडोरेंस टेक्नोलॉजी जैसी कंपनियों के शेयर शामिल रहे।

अगर बीएसई के स्मॉल कैप इंडेक्स की बात करें, तो इस वर्ग ने ओवरऑल 3.2 प्रतिशत की तेजी का प्रदर्शन किया। इस इंडेक्स में शामिल 93 शेयर 10 से 25 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए। इन शेयरों में दीप इंडस्ट्रीज, सनसेरा इंजीनियरिंग, मान इंडस्ट्रीज (इंडिया), बिरला कॉरपोरेशन, रिलायंस कैपिटल, सेंट्रम कैपिटल, वक्रांगी और स्वेलेक्ट एनर्जी सिस्टम के नाम लिए जा सकते हैं। हालांकि इसी इंडेक्स में शामिल कई शेयरों में गिरावट का रुख भी नजर आया। फ्यूचर कंज्यूमर, हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी, फ्यूचर रिटेल, वर्धमान टैक्सटाइल्स, पेनेशिया बायोटेक और मयूर यूनीकोटर्स जैसी कंपनियों के शेयर में 10 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।

शेयर बाजार के अलग-अलग सेक्टर पर नजर डालें तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का टेलीकॉम इंडेक्स पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान 6 प्रतिशत की मजबूती के साथ आगे बढ़ा। वहीं रियल्टी इंडेक्स में भी 5.6 प्रतिशत की तेजी रही। बैंकिंग इंडेक्स बैंकेक्स पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान 5 प्रतिशत की तेजी के साथ आगे बढ़ा। वहीं बीएसई के मेटल इंडेक्स ने शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान कमजोरी दिखाई और 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।

मार्केट कैप के लिहाज से पिछला कारोबारी सप्ताह एचडीएफसी बैंक के लिए सबसे अधिक फायदे वाला साबित हुआ। एचडीएफसी बैंक के मार्केट कैपिटलाइजेशन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई, जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान युनिलीवर और भारती एयरटेल दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। दूसरी ओर मार्केट कैप में गिरावट के मामले में टेक महिंद्रा के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा गिरावट आई, जबकि एचसीएल टेक्नोलॉजी और टाटा स्टील मार्केट में गिरावट के मामले में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों दोनों ने बिकवाली से ज्यादा लिवाली पर ध्यान दिया। इस सप्ताह के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 5,590.04 करोड़ रुपये की खरीदारी की। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इस सप्ताह के दौरान 5,052.50 करोड़ रुपये की खरीदारी की। पूरे महीने की बात की जाए तो मार्च महीने के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने खरीद और बिक्री मिलाकर कुल 43,281.31 करोड़ रुपये की बिकवाली की, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने पूरे महीने के दौरान 39,677.03 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि अगले सप्ताह के कारोबार पर रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग की स्थिति का असर तो पड़ेगा ही, दुनिया के कुछ हिस्सों में एक बार फिर कोरोना के बढ़ रहे प्रकोप का भी असर पड़ सकता है। इसके अलावा दुनिया के बड़े हिस्से में पड़ रही महंगाई और तेल की कीमतों में होने वाला उतार-चढ़ाव अगले सप्ताह शेयर मार्केट के कारोबार को प्रभावित कर सकता है। (एजेंसी, हि.स.)

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