ब्‍लॉगर

छह दिसंबर, 1992 …कभी न भूल पाने वाले पल

– डा. रमेश शर्मा श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन का इतिहास लगभग आठ सौ वर्ष पुराना है। यानी बाबर से भी 300 वर्ष पूर्व से अनेक राजा और रानियों ने सेना सहित तथा भक्तों ने व्यक्तिगत अथवा सामूहिक तौर पर अपने प्राण न्योछावर किए और इनकी कुल संख्या लाखों में है। अस्सी के दशक के अंतिम […]