ब्‍लॉगर

संसदीय व्यवहार का पराभव खतरे की घंटी

– हृदयनारायण दीक्षित संसद और विधानमण्डल लोकतंत्र का आधार है। जनप्रतिनिधि सदनों में कानून बनाते हैं। सरकार को जवाबदेह बनाते हैं। महत्वपूर्ण विषयों पर सत्तापक्ष व विपक्ष चर्चा करते हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने संसदीय व्यवस्था को संविधान का आधारिक ढाँचा बताया था। लेकिन काफी लम्बे समय से विधायी सदनों में गतिरोध है। विपक्ष के कुछ […]