ब्‍लॉगर

स्मृति शेष: हंसते-हंसाते अलविदा कह गए राजू

– प्रभुनाथ शुक्ल हंसाने वाला ही नहीं रहा तो दुनिया हंसेगी कैसे। राजू श्रीवास्तव लोगों को हंसाते-हंसाते रुला कर चले गए। अस्पताल में 42 दिन के लंबे संघर्ष के बाद उन्होंने जिंदगी को अलविदा कह दिया। राजू का जाना पूरी हंसी की दुनिया का खामोश हो जाना है। एक ऐसे दौर में राजू श्रीवास्तव का […]