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देश को अपने सक्षम बलों पर गर्व है : प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने झारखंड के देवघर में रोपवे दुर्घटना (ropeway accident in deoghar) के बाद बचाव कार्यों में शामिल सैन्यकर्मियों की सराहना (Commendation of military personnel) करते हुए कहा कि देश को अपने सक्षम बलों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि रोपवे के ऊपर हेलीकॉप्टर की तस्वीरें भूल नहीं सकते।

प्रधानमंत्री ने हादसे में तीन लोगों की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि मुझे दुख है कि कुछ लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। उन्होंने कहा कि हम सभी की पीड़ितों के परिवारों के साथ गहरी संवेदना है और मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।


प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से देवघर में बचाव कार्यों में शामिल भारतीय थल सेना, वायुसेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), स्थानीय प्रशासन और नागरिक समाज के कर्मियों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह पूरा ऑपरेशन संवेदनशीलता, संसाधनशीलता और साहस का प्रतिबिंब रहा है।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान बचाव अभियान में शामिल रहे जवानों से उनके अनुभवों को भी जाना। हादसे में 11 लोगों की जान बचाकर चर्चा में आये पन्नालाल की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि बिना किसी प्रशिक्षण के उन्होंने कैसे लोगों को केबल कार से बाहर निकाला। प्रधानमंत्री ने इस बचाव अभियान का डॉक्यूमेंटेशन कर इसका केस स्टडी तैयार करने की सलाह देते हुए कहा कि आपका अनुभव भविष्य के लिए उपयोगी होगा। इससे भविष्य में ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को गर्व है कि उसके पास थल सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और पुलिस के रूप में ऐसी कुशल फोर्स है, जो देशवासियों को हर संकट से सुरक्षित बाहर निकालने की ताकत रखते हैं। उन्होंने कहा कि हमने भी दुर्घटना (त्रिकूट रोपवे) और बचाव मिशन से सबक सीखा है।

सुरक्षाकर्मियों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बचाव अभियान के दौरान उनके द्वारा दिखाया गया धैर्य काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा, “अगर हम सबसे कठिन चुनौतियों का धैर्य के साथ सामना करते हैं, तो सफलता अवश्य ही मिलती है। इस बचाव अभियान के दौरान आप सभी ने जो धैर्य दिखाया है वह काबिले तारीफ है।”

उन्होंने कहा कि आपने तीन दिनों के दौरान चौबीसों घंटे लगकर एक कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा किया और अनेक देशवासियों की जान बचाई है। आपके प्रयासों की पूरे देश ने सराहना की है। मैं इसे बाबा वैद्यनाथ की कृपा भी मानता हूं। हालांकि हमें दुख है कि कुछ लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। अनेक साथी घायल भी हुए हैं। पीड़ित परिवारों के साथ हम सभी की पूरी संवेदना है। मैं सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों में सफलता के लिए प्रतिक्रिया समय महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि वर्दी देखकर लोग आश्वस्त महसूस करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्दी पर लोगों की बहुत आस्था होती है। संकट में फंसे लोग जब भी आपको देखते हैं तो उनको विश्वास हो जाता है कि उनकी जान अब सुरक्षित है। उनमें नई उम्मीद जाग जाती है। उन्होंने कहा कि इस आपदा ने एक बार फिर ये स्पष्ट कर दिया कि जब भी देश में कोई संकट होता है तो हम सब मिलकर एक साथ उस संकट से मोर्चा लेते हैं और उस संकट से निकलकर दिखाते हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बचाव अभियान में शामिल लोगों की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छी तरह से समन्वित ऑपरेशन का एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, वायु सेना, आईटीबीपी, सेना, जिला प्रशासन ने अभियान में अनुकरणीय समन्वय से काम किया। (एजेंसी, हि.स.)

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