जबलपुर न्यूज़ (Jabalpur News)

ससुराल वालों ने ही सुपारी देकर करायी थी घर जमाई ड्राईवर की हत्या

  • कुंडम हत्याकांड का खुलासा, पत्नि, सास, साढू भाई और उसकी पत्नि सहित एक अन्य आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार

जबलपुर। कुंडम थाना क्षेत्रातंर्गत काराघाट और खैरी मड़ई कला के बीच रोड पर हत्या कर फेंके गए ओमप्रकाश यादव (37) की हत्या कर लाश को सड़क पर फेंके जाने के मामले का पुलिस ने आज बुधवार को खुलासा कर दिया। दरअसल ओमप्रकाश की हत्या शव स्थल से पांच सौ मीटर दूर एक खेत में शराब पिलाकर रॉड से हमला कर की गई थी और लाश को सड़क पर इसलिये फेंका गया था, ताकि एक्सीडेंट का रूप दे सके। उक्त वारदात को अंजाम देने के लिये आरोपियों ने 22 हजार रुपये की सुपारी मृतक के ससुराल पक्ष से ली थी। पुलिस ने मामले में मृतक की पत्नि, सास, उसकी बहन व साढ़ू भाई सहित अधारताल से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, वहीं वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी फरार है, जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रहीं है।


पुलिस कंट्रोल रूम में एएसपी संजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्नी सहित ससुराल वालों ने परेशान होकर ओमप्रकाश की हत्या की साजिश रची थी। जिस पर ओमप्रकाश के साढ़ू भाई ने 22 हजार रुपये में बंटी उर्फ रामकिशोर को सुपारी दी थी। जिसके बाद बंटी ने अपने अधारताल संजय नगर निवासी साथी 20 वर्षीय सत्यम पटेल को मिला लिया। जिसके बाद सत्यम व बंटी ने कुंडम से शराब की बोटल व नमकीन और डिस्पोजल खरीदे और ओमप्रकाश को काम के बहाने चौरई बुलाया। जिसके बाद तीनों ने एक मैदान पर शराब पी और उसके बाद ओमप्रकाश को घर छोडऩे के बहाने मोटर साइकिल में बैठाकर एक खेत के पास ले गये। जहां उसे और शराब पिलाई।

रॉड से किया हमला
इसके बाद बंटी उर्फ रामकिशोर ने अपनी गाड़ी से रॉड निकाली और दनादन ओमप्रकाश के सिर पर हमला कर दिया। वहां नशे में होने पर ओमप्रकाश के सिर, चेहरे व कनपटी पर चोट पहुंचा कर मार डाला था। फिर लाश को रोड पर डाल दिया था, जिससे यह एक्सीडेंट लगे। आरोपियों ने हत्या के बाद ओमप्रकाश के मोबाइल का सिम निकाल कर फेंक दिया था। जबकि मोबाइल उठा ले गए थे। पुलिस ने मौके से स्क्वॉड और एफएसएल टीम की मदद से एक मोबाइल का कवर, एक सिमकार्ड, पास ही भाजीबड़ा का टुकड़ा, नमकीन के दो पैकिट, तीन प्लास्टिक के गिलास जब्त किए थे।

लाश मिलने से पांच सौ मीटर दूर खेत में की थी हत्या
वहीं घटनास्थल से रोड तक खून के टपकने के निशान भी मिले थे। ओमप्रकाश यादव के चप्पल और अंगूठे का हिस्सा छिला हुआ था, इससे भी साफ था कि उसे घसीट कर रोड पर डाला गया था। एसपी के निर्देश पर एएसपी संजय अग्रवाल, डीएसपी अपूर्वा किलेदार और कुंडम थाने की टीम इस मामले की जांच में लगी थी। जिस स्थान पर लाश मिली थी, उससे पांच सौ मीटर दूर खेत में ओमप्रकाश की हत्या की गई थी।

18 साल से प्रताडि़त थे ससुराल वाले इसलिये कराई हत्या
पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि ओमप्रकाश पिछले 18 सालों से अपनी ससुराल में घर जमाई बनकर रह रहा था। जो कि आये दिन शराब के नशे में अपनी पत्नि 32 वर्षीय सरोजबाई व सास 65 वर्षीय रतनीबाई से विवाद कर मारपीट करता था। उसके साढ़ू भाई राजेन्द्र ने कई मर्तबा ओमप्रकाश को समझाइश दी लेकिन वह सभी को मारने की धमकी देने लगा। जिसके बाद सुपारी देकर उसे मरवाने की योजना तैयार की गई।

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