भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

तीन बैच के आईपीएस अफसर अगले सप्ताह होंगे पदोन्नत

भोपाल। मध्यप्रदेश कैडर के आईपीएस अफसरों को पदोन्नत करने के लिए मतदान के बाद अगले सप्ताह डीपीसी करने की तैयारी कर ली गई है। यह डीपीसी स्पेशल डीजी तथा एडीजी के पदों पर पदोन्नति के लिए की जा रही है। इसमें 1988 बैच के आईपीएस अफसरों को स्पेशल डीजी तथा 1995 और 96 बैच के सात अफसरों को आईजी के पदों पर पदोन्नत किया जाएगा। गौरतलब है कि फिलहाल विभाग में 42 एडीजी हैं। 1995 और 1996 बैच के सात अफसरों को पदोन्नत किए जाने पर इनकी संख्या 47 हो जाएगी। 1995 बैच के ए. साईं मनोहर, योगेश देशमुख, चंचल शेख और केटी वेंकटेश्वर राव को एडीजी पद पर पदोन्नत किया जाना है। इसी बैच के मीनाक्षी शर्मा तथा जयदीप प्रसाद प्रतिनियुक्ति पर हैं। 1996 बैच के योगेश चौधरी, अबसार तथा सतीश सक्सेना को भी पदोन्नत किया जाना है। इनमें से राज्य पुलिस सेवा के आईपीएस अधिकारी सक्सेना इसी साल सेवानिवृृत्त हो रहे हैं। अगर उन्हें एडीजी बनाया जता है तो वे राज्य पुलिस सेवा के ऐसे अंतिम अफसर जो एडीजी के पद से सेवानिवृत्त होंगे। इसके साथ ही 1988 बैच के अफसरों को स्पेशल डीजी के पद पर पदोन्नत करने के लिए भी डीपीसी की जाएगी। इस बैच में अरविन्द कुमार, राजीव टंडन, सुधीर शाही, अन्वेष मंगलम तथा कैलाश मकमाणा के अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ यूसी षड़ंगी के नाम शामिल हैं। हालांकि डीजी के दो पद समाप्त होने से फरवरी में पहले 1987 बैच के राजेन्द्र मिश्रा और उसके बाद 1988 बैच के अरविन्द कुमार फरवरी में डीजी बनेंगे, जबकि शेष अधिकारी सेवानिवृत्ति से रिक्त होने वाले पदों पर पदोन्नत किए जाएंगे।

स्वीकृत पदों से दोगुना हो गए एडीजी
दरअसल 1986 से 1997 तक प्रदेश को हर बैच में आठ से दस-दस अधिकारी मिलते रहे हैं। नियमानुसार 25 साल का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें एडीजी के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। अभी तक 1994 बैच के अफसरों को एडीजी बनाया जा चुका है। वर्ष 1998-99 के बाद से मप्र कैडर में आईपीएस की संख्या कम होने की वजह से एडीजी के स्वीकृत पदों की तुलना में दोगुना अधिकारी हो गए और कैडर से ज्यादा नॉन कैडर पदों पर इनकी पदस्थापना की जाने लगी। इसके साथ ही उन्हें जोन (संभाग) में आईजी की जगह पदस्थ किया जाने लगा। इसी तरह लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में डीआईजी, आईजी के पद समाप्त कर वहां भी दो-दो एडीजी और जेल विभाग में भी आईपीएस का एकमात्र डीजी का पद के विरुद्ध तीन-तीन एडीजी पदस्थ हैं। इसी तरह एटीएस, एसटीएफ, सायबर सेल में डीजी, एडीजी के नॉन कैडर पदों पद इन रैंक के अधिकारी पदस्थ किए जा रहे हैं।

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