इंदौर। मध्य प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव की हलचल धीरे-धीरे तेज होती जा रही है। प्रदेश स्तर के नेताओं ने अपने अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर पर सबकी निगाहें लगी हुईं हैं, हालांकि बीजेपी संगठन की ओर से एक बात कही जा रही है कि पार्टी युवाओं को मौका देगी।
सुबे के बड़े महानगरों में शहर की सत्ता को अपने कब्जे में रखने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के नेता अपने अपने समर्थकों पर दांव लगा रहे हैं। प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा एक से कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला को मेयर का चुनाव में उतरने के लिए कह दिया है। यही कारण है कि उनका जनसंपर्क भी शुरू हो गया है, किन्तु अभी बीजेपी की ओर से प्रत्याशी को लेकर अभी तक चर्चा नहीं हुई है।
सूत्रों के अनुसार महापौर टिकट के लिए बीजेपी जल्द ही वरिष्ठ नेताओं की बैठक कर सहमति बनाएगी जिसके बाद ही नाम का एलान किया जाएगा, हालांकि सिंधिया समर्थकों को भरोसा है कि उनके लिए महाराज पूरा जोर लगा देंगे।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास समर्थक मोहन सेंगर वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर बीजेपी के रमेश मेंदोला के खिलाफ लड़े थे, लेकि वे अब महापौर पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें भरोसा है कि सिंधिया की बदौलत उन्हें मेयर का टिकट मिल जाएगा और यहां कि जनता का आशीर्वाद भी मिलेगा।
बीजेपी नगरीय निकाय चुनाव की प्रदेश स्तरीय समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य और पूर्व मेयर कृष्ण मुरारी मोघे का कहना है मेयर के टिकट का निर्धारण करने का अधिकार प्रदेश चुनाव समिति को है। उसकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी ये वहीं तय करेगी, हालांकि इसमें युवाओं का जरूर ध्यान रखा जाएगा। इस बार नगरीय निकाय चुनाव में पिछले परिणाम को देखते हुए फिर दोहराने का दबाव है। पिछले चुनावों में सभी नगर निगमों में भाजपा का कब्जा था। शिवराज फिर से सभी पर जीत की तैयारी कर रहे हैं।
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