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नींद में क्‍यों होती है खर्राटे की समस्‍या, जानें कारण व बचने के घरेलु उपाय


आज के समय में बहुत से लोग खर्राटे की समसया से परेंशान रहतें हैं पर आप जानतें है खर्राटे लेने की समस्‍या किस कारण होती है । दोस्‍तों जब किसी व्यक्ति के शरीर में ऊपरी वायुमार्ग (Airway) के टीशू में कंपन होता है तो सोते वक्त वे जब सांस लेते हैं तो उसके साथ तेज आवाज निकलती है और इसे ही खर्राटे (Snoring) लेना कहते हैं। अमेरिकन अकैडमी ऑफ ओटोलैरिंगोलॉजी (aao) की मानें तो 45 प्रतिशत अमेरिकी वयस्क (American adult) खर्राटे लेते हैं जिसमें से 25 प्रतिशत लोग नियमित रूप से ऐसा करते हैं। खर्राटे की समस्या महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ज्यादा देखने को मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर खर्राटे क्यों आते हैं? खर्राटे आने कई बीमारियों का भी संकेत हो सकता है।

कारण
स्लीप ऐप्निया-
अमेरिका के sleepfoundation।org की मानें तो स्लीप ऐप्निया (Sleep Apnea) नींद और श्वसन से जुड़ी एक कॉमन बीमारी है जो अक्सर डायग्नोज नहीं हो पाती है। इस बीमारी में अक्सर वायुमार्ग नींद के दौरान आंशिक रूप से पूरी तरह से बंद हो जाता है जिसकी वजह से लोग जोर से जोर खर्राटे लेने लगते हैं।

नाक बंद होना-



अगर किसी तरह की एलर्जी, इंफेक्शन या कॉमन कोल्ड की वजह से नाक जाम हो जाए, नाक भरी हुई महसूस हो या नाक से सांस लेने में मुश्किल आने लगे तो इस वजह से भी नींद में व्यक्ति को तेज खर्राटे आने लगते हैं। इसका कारण ये है कि stuffy nose की वजह से वायुमार्ग में हवा का फ्लो कम हो जाता है जिससे खर्राटे आने लगते हैं। इस समस्या को Nasal Congestion भी कहते हैं।

मोटापा-
अगर मोटापे (Obesity) की वजह से गर्दन के आसपास के हिस्से में एक्सट्रा टीशूज हों तो वायुमार्ग का साइज छोटा हो जाता है जिसकी वजह से वायुमार्ग के सिकुड़ने की आशंका बनी रहती है और खर्राटे आने लगते हैं। मोटापे का शिकार लोग अगर अपना वजन घटाएं तो खर्राटे की समस्या भी अपने आप कम हो सकती है।

उम्र बढ़ना-
जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ने लगती है (Ageing), बुढ़ापे में नींद में कई तरह का बदलाव होने लगता है और इसकी वजह से भी खर्राटे आने लगते हैं। इसका कारण ये है कि वायुमार्ग के आसपास मौजूद मांसपेशियां और जीभ कमजोर होने लगती है जिससे खर्राटे आ सकते हैं।

खर्राटे दूर करने के उपाय

-अगर आप ओवरवेट हैं या मोटापे का शिकार हैं तो अपना वजन कम करें।
-पीठ के बल सोने की बजाए करवट लेकर सोएं। पीठ के बल सोने पर जीभ कंठ के पिछले हिस्से को टच करने लगती है जिससे वायुमार्ग आंशिक रूप से अवरुद्ध होने लगता है। इसलिए करवट लेकर सोएं।

-खर्राटों से बचना चाहते हैं तो अपने सिरहाने को करीब 4 इंच ऊंचा कर लें। आप चाहें तो सिर के नीचे 2-3 तकिया लगा सकते हैं।

-अगर किसी एलर्जी की वजह से नाक बंद हो गई हो तो उसका इलाज करवाएं।

-सोने से पहले शराब और सिगरेट न पिएं

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के लिए हैं इन्‍हें किसी प्रोफेशनल डॉक्‍टर की सलाह के रूप में न समझें। कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्‍टर का परामर्श जरूर लें ।

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