आचंलिक

विदिशा-ढोलखेड़ी को जोडऩे वाली नदी के पुल के ऊपर 4 फीट पानी

  • मूसलाधार बारिश ने किया जनजीवन अस्त-व्यस्त, घरों से निकलना हुआ मुश्किल

विदिशा। पिछले 3 दिनों से विदिशा शहर और जिले में हो रही लगातार बारिश की वजह से सभी तरफ बाढ़ के हालात बन गए हैं। सबसे बुरे हालात बेतवा नदी के किनारे के हैं, जहां पर भोपाल के तीन डेमो के पानी छोड़े जाने के कारण बेतवा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से मात्र 1 फीट नीचे रह गया है। पानी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कलेक्टर और तमाम प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी क्षेत्रों पर निगाह रखे हुए हैं। कई जगहों से बचाव कार्य किए जा रहे हैं। जिलेभर में लगभग 430 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। विदिशा शहर के अलावा जिले के अंदरूनी तहसील मुख्यालयों के अन्य जगहों से सड़क संपर्क टूटने की वजह से आवाजाही भी पूरी तरह बंद हो गई है। होमगार्ड, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान लगातार बचाव कार्य में लगे हुए हैं। गुलाबगंज के ग्राम बर्री में स्थित राम मंदिर में 5 लोग फंसे हुए थे, जिन्हें मोटर बोर्ड के जरिए एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला है। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बाढ़ के हालात के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बेतवा नदी के नजदीक की सभी रिहायशी इलाकों को खाली करा लिया गया है। नौलखी क्षेत्र से 107, रंगई क्षेत्र से 27, बैरसिया के नजदीक 12 लोगों को और गुलाबगंज के बर्री के पास पांच लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा। बताया गया कि बेतवा नदी के किनारे बसे बर्री के राम मंदिर में पुजारी सहित बाहर से आए श्रद्धालु फंसे हुए थे। जिन्हें विदिशा से एडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू किया। मंदिर चारों तरफ से पानी से घिर गया था।


पूर्व नपाध्यक्ष ने भी किए रेस्क्यू
वहीं रामलीला चौराहे नजदीक बेतवा नदी का जल स्तर बढऩे के साथ यहां के करीब डेढ़ सौ से ज्यादा रहवासियों का रेस्क्यू कर मीणा समाज धर्मशाला और रामलीला मेला परिसर के साथ स्कूलों में ठहराया गया है। पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन होमगार्ड जवानों के साथ मोटर वोट पर बैठकर रेस्क्यू करते दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि सीएम शिवराजसिंह चौहान ने बाढ़ के हालातों के मद्देनजर कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को आवश्यक और कारगर कदम उठाए जाने के निर्देश दिए हैं।

प्रसूति को कराया उफनता नाला पार
लगातार बारिश की वजह से चारों तरफ हालात बेकाबू हो गए हैं। नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में पीपलखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मडिया कलां की एक प्रसूता को इलाज उपलब्ध कराने के लिए सुरक्षित नाला पार करना था। इस अवस्था में एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों को मौके पर बुलाया गया। एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों ने सुरक्षित नीति बनाते हुए प्रसूता को नाला पार कराया और दूसरी और पहले से मौजूद एंबुलेंस में उसे बिठाकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इस मौके पर तहसीलदार केएन ओझा और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एके उपाध्याय भी मौके पर ही पहुंच गए थे। प्रसूता पूरी तरह सुरक्षित है।

बीसी के जरिए सीएम ने जाना हाल
शाम के समय सीएम शिवराजसिंह चोहान ने बाढ़ प्रभावित सभी जिलों में कलेक्टर से वीडियो कांफे्रंसिंग के जरिए हालात और बचाव कार्य के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बचाव कार्य से अवगत कराया।

तीन दिन लगातार बारिश
बीते 24 घंटो के दौरान शहर और जिलेभर में 96.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। पिछले तीन दिनों से लगातार धीमा और तेज पानी लगातार गिर रहा है। जिले की कुल बारिश का आंकड़ा औसत आंकड़े से कुछ ही शेष रहा है।

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