विदेश भागने की फिराक में थे आरोपी
हरदा। हरदा के मगरधा रोड पर बनी अवैध पटाखा फैक्ट्री के तल घर की छतें उठाने के लिए पांच जेसीबी रातभर जुटी रही और बचाव दल ने तलघर में पहुंचने के बाद तब राहत की सांस ली, जब अंदर कोई और हताहत नहीं मिला। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोग घायल हुए थे। इनमें कई घायलों को मामूली चोट आई है और सभी लोग खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। बचाव कार्य अभी भी जारी है और बड़ी संख्या में राहतकर्मी वहां मौजूद हैं,
और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थानीय अधिकारी भी घटनास्थल पर मुस्तैद हैं।
हरदा में हुए बम धमाके के बाद फैक्ट्री संचालक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और उनके साथी रफीक खान को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि घटना के बाद यह सभी आरोपी दिल्ली होते हुए विदेश भागने वाले थे, लेकिन इसके पहले ही इन्हें सारंगपुर में धरदबोचा गया। इनसे पूछताछ जारी है।
जरूरत से ज्यादा रखा था बारूद
हरदा में बारूद फैक्ट्री में हुए धमाके की जांच के लिए आज एफएसएल की टीम भी हरदा पहुंच रही है। उधर, घटना को लेकर एसडीएम ने कहा कि गोदाम में तय सीमा से ज्यादा बारूद रखा गया था। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री चलाने के लिए पहले से लाइसेंस लिया गया था। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। फिलहाल घटना में 11 लोगों की मौत व 180 के घायल होने की पुष्टि हुई है।