उज्जैन। आखिरकार जिले के 16 स्कूलों पर बड़ा जुर्माना लगाया है तथा पहली बार हुआ है जबकि प्रत्येक स्कूलों पर 2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है और यह राशि तत्काल भरना होगी।
निजी स्कूलों के संचालकों एवं बुक सेलर्स के बीच कमीशन खोरी का बड़ा खेल चल रहा था, इसकी शिकायत मुख्यमंत्री स्तर तक हुई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए थे कि वह निजी स्कूलों एवं बुक सेलर्स के बीच चल रही इस कमीशन खोरी की जाँच करें एवं उन पर कार्रवाई करें। इसी कड़ी में उज्जैन में 19 स्कूलों की जाँच की गई थी जिनमें से 16 स्कूलों में गड़बडिय़ाँ पाई गई थी। इन 16 स्कूलों पर कल कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने 2-2 लाख रुपए का आर्थिक दंड किया है। इन स्कूलों में बड़े मिशनरी स्कूल एवं शहर के तथा जिले के कई रसूखदारों के स्कूल भी शामिल हैं, जिनकी सत्ता से लेकर संगठन तक में अच्छी खासी पकड़ है। जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा ने बताया 16 स्कूलों पर दंड हो चुका है और जिले के सभी निजी स्कूलों में जाँच जारी रहेगी। आज भी 10 स्कूलों में जाँच चल रही है और गड़बड़ी पाए जाने पर कमेटी में मामला आएगा और फिर उन पर क्या दंड या जुर्माना करना है यह गजट नोटिफिकेशन के प्रावधान के अनुसार होगा।
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