बर्लिन। जर्मनी (Germany) में स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को घोषणा की कि 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए एस्ट्राजेनेका कोरोना वायरस टीके (Astrazeneca Coronavirus Vaccine) के उपयोग को एक बार फिर निलंबित किया जा रहा है. हाल ही में टीका लेने वाले लोगों में असामान्य रूप से रक्त का थक्का जमने की खबरें सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है.
बर्लिन, म्यूनिख और पूर्वी प्रांत ब्रांडेनबर्ग के अधिकारियों ने अस्थायी रूप से टीकाकरण को रोकने का फैसला लिया. इस संबंध में जर्मनी के 16 राज्यों के प्रतिनिधियों की मंगलवार को बैठक होने वाली है. देश के चिकित्सा नियामक ने कहा कि 29 मार्च तक एस्ट्राजेनेका टीका लेने लोगों में रक्त का थक्का जमने की कुल 31 रिपोर्टें प्राप्त हुईं. उनमें से नौ लोगों की मृत्यु हो गई और ज्यादातर मामलों में लोगों की उम्र 20 से 63 वर्ष के बीच थी.
इस बीच चांसलर एंजेला मर्केल और स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन राज्यों के साथ अपनी बैठक के परिणाम पर मंगलवार देर रात संवाददाता सम्मेलन कर सकते हैं.
जर्मनी से पहले कनाडा ने भी 55 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों के लिए इस वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. कनाडा की सरकार ने यह फैसला इस आयु वर्ग के लोगों में खून के थक्के जमने की दुलर्भ घटना का संबंध टीके की वजह से होने की आशंका के मद्देनजर उठाया.
सोमवार को इस आयु वर्ग के लोगों में एस्ट्राजेनेका के टीके लगाने के कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा गया कि टीकाकरण पर बनी राष्ट्रीय परामर्श समिति ने सुरक्षा कारणों से टीकाकरण रोकने की अनुशंसा की है.
टीकाकरण पर राष्ट्रीय परामर्श समिति की अध्यक्षा डॉ.शेली डिक ने कहा, ”55 साल से कम उम्र के लोगों को एस्ट्राजेनेका के टीके देने से होने वाले संभावित खतरे के मुकाबले इसके लाभ को लेकर काफी अनिश्चितता है.”
डिन ने यह अनुशंसा यूरोप से आए आंकड़ों के बीच की है जिसके मुताबिक टीके से खून के थक्के जमने की आशंका प्रत्येक एक लाख में से एक मामले में है जो पूर्व में प्रत्येक दस लाख में एक घटना के पूर्वानुमान से कहीं अधिक है. उन्होंने कहा कि यूरोप में एस्ट्राजेनेका का टीका लेने वाले जिन लोगों में खून का थक्का जमने की शिकायत हुई उनमें अधिकतर 55 साल से कम उम्र की महिलाएं हैं और उनमें मृत्यु दर 40 प्रतिशत है. Share: