इंदौर (Indore)। सावन माह के दूसरे सोमवार को इंदौर के स्कीम नंबर 136 के निवासी धर्मेंद्र सक्सेना के घर ब्रह्मकमल खिला। ब्रह्मदेव के प्रिय फूल के खिलने पर इस ब्रह्मकमल के बाद सक्सेना परिवार ने शाम को इसकी पूजा-अर्चना भी की। ढाई साल पहले एक पारिवारिक मित्र के यहां से ब्रह्मकमल का रोपा लेकर आए थे, जिसके बाद कल शाम पहली बार उनके यहां ब्रह्मकमल खिला। आसपास से कई लोग ब्रह्मकमल के दर्शन के लिए भी पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि दैवीय माने जाने वाले इस फूल के खिलने का सही वक्त जुलाई-अगस्त ही है। ये खिलता भी एक ही दिन के लिए है, वो भी शाम के वक्त। दूसरा ये कमल के फूल की एक खास किस्म है, जो हिमाचल, हिमालय और उत्तराखंड में पाई जाती है, लेकिन कई लोग इसे घरों में गमलों में भी लगाते है। इसमें कई चमत्कारिक औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
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