इंदौर न्यूज़ (Indore News)

छप्पन दुकान और सराफा को मिला क्लीन स्ट्रीट फूड हब टैग

इंदौर की एक और उपलब्धि… मध्यप्रदेश का पहला ऐसा शहर जिसके खान-पान के दो प्रमुख ठीये हुए प्रमाणित
इंदौर।  पिछले दिनों भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India) (एफएसएसएआई) ने छप्पन दुकान ( Chappan Shop), सराफा जैसे इंदौर के खान-पान (Food and Drink) के प्रमुख ठीयों पर सर्वे करवाया था। उसके बाद आज क्लीन स्ट्रीट फूड हब सर्टिफिकेट ( Clean Street Foot Hub Certificate) इन दोनों ठीयों को दिया गया। इंदौर के खाते में यह एक और बड़ी उपलब्धि तो जुड़ी ही, वहीं पूरे मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पहला ऐसा शहर भी हो गया, जिसके दो खान-पान के प्रमुख ठीयों को एक साथ यह टैग मिला हो। देश में सबसे पहले अहमदाबाद (Ahmedabad) कांकरिया झील (Kankaria Lake) को 2018 में क्लीन स्ट्रीट फूड हब का अवॉर्ड मिला था। इसका मतलब यह है कि इस स्थान पर मिलने वाली खाद्य सामग्री साफ-सुथरी, स्वच्छ और स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक नहीं है। हालांकि छप्पन दुकान को पूर्व में भी यह टैग मिला, मगर यह पहला मौका है, जब दोनों खान-पान के ये ठीये एक साथ पुरस्कृत घोषित किए हों।


इंदौर के माथे पर एक के बाद एक उपलब्धियों के ताज सज रहे हैं। स्वच्छता के बाद वैक्सीनेशन (Vaccination) में भी इंदौर अव्वल आया और आज से अंतरराष्ट्रीय उड़ान भी शुरू हो गई। दूसरी तरफ कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh)  ने बताया कि सराफा और छप्पन दुकान को एफएसएसएआई ने क्लीन स्ट्रीट फूड हब का टैग भी प्रदान कर दिया है। देशभर में एफएसएसएआई ने पिछले दिनों सर्वे किया था और अपने हर मापदंड पर छप्पन दुकान और सराफा को बेहतर पाया तथा उसके बाद ही यह सम्मान दिया है। इंदौर की जनता बिना किसी शंका के यहां पर हाईजेनिक, साफ-सुथरा खाना खा सकती है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों टीम ने इंदौर के खान-पान के इन दोनों ठीयों पर बाकायदा सर्वे किया और हर तरीके से गुणवत्ता सहित अन्य मापदंडों की जांच-पड़ताल भी की गई। दो से तीन महीने का समय इस पूरी प्रक्रिया में लगता है, जिसमें मेडिकल सहित अन्य आधारों पर भी जांच की जाती है। यह भी महत्वपूर्ण है कि इंदौर के इन दोनों ठीयों पर ही सबसे अधिक खान-पान के शौकीनों की भीड़ उमड़़ती है। इंदौरियों का तो मजमा लगा ही रहता है, वहीं बाहर से जितने भी मेहमान आते हैं वे भी छप्पन दुकान के अलावा रात में लगने वाली सराफा चौपाटी पर अवश्य जाते हैं। कुछ वर्ष पूर्व भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने इस तरह के क्लीन स्ट्रीट फूड हब के लिए सर्वे शुरू किया और उसके बाद घोषणा भी की गई, ताकि नागरिकों को यह जानकारी हो सके कि उन्हें कहां पर स्वच्छ, साफ-सुथरी और स्वास्थ्य के लिए भी अहानिकारक खान-पान की सामग्री मिल सकती है। इंदौर नगर निगम ने कुछ समय पूर्व छप्पन दुकान को सजाया-संवारा। हालांकि कोविड के कारण ये खान-पान के ठीये बंद भी रहे। उसके बाद सभी दुकानों के कर्मचारियों-संचालकों को ट्रेनिंग दी गई कि किस तरह खाद्य सामग्री तैयार की जाए और उसे ग्राहकों तक पहुंचाएं। हर संचालक-कर्मचारियों को मेडिकल सर्टिफिकेट भी दिया गया और इन दुकानों पर भी फूड एंड सेफ्टी की गाइडलाइन (Food and Safety Guidelines ) के बोर्ड लगवाए गए।

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