देश

बेंगलुरु में लगाई गई दिल के आकार की ट्रैफिक लाइट्स, जानें इसका मकसद

बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में कुछ ट्रैफिक लाइट्स दिल के आकार में बदल गई हैं, जिन्हें लोग काफी पसंद कर रहे हैं. यह भारत के सूचना प्रौद्योगिकी हब या आईटी हब को ‘हार्ट स्मार्ट सिटी’ में बदलने को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है. शहर में कई जगहों पर एक संयुक्त प्रयास के ये ट्रैफिक लाइट्स लगाई गई हैं.

दिल के आकार वाली इन ट्रैफिक लाइटों को मणिपाल अस्पताल, बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस (BTP) और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के संयुक्त प्रयास में स्थापित किया गया है ताकि हृदय संबंधी आपात स्थिति के मामले में प्राथमिक चिकित्सा या चिकित्सा सहायता की त्वरित पहुंच प्रदान की जा सके.

अंग्रेजी वेबसाइट फर्स्टपोस्ट की खबर के मुताबिक, हार्ट शेप वाली ट्रैफिक लाइट्स को विश्व हृदय दिवस पर स्थापित किया गया और शहर के 15 से अधिक लोकेशन्स पर ट्रैफिक लाइटें लग चुकी हैं. मणिपाल अस्पताल ट्विट कर कहा कि वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर मणिपाल हॉस्पिटल्स ने बेंगलुरु को ‘हार्ट स्मार्ट सिटी’ बनने को प्रोत्साहित करने के लिए हार्ट शेप वाली ट्रैफिक लाइटें स्थापित कीं.


इनमें दिल के आकार का लाल सिग्नल, हार्ट हेल्थ के बारे में जागरूकता फैलाने वाले ऑडियो संदेश और क्यूआर कोड भी उपलब्ध होंगे, ताकि कोई भी उपयोगकर्ता नंबर डायल करने के बजाय आपातकालीन सेवाओं तक आसानी से पहुंच सके.

रिपोर्ट के मुताबिक, दिल के आकार की ट्रैफिक लाइट के अलावा मणिपाल हॉस्पिटल्स ने ट्रैफिक सिग्नल के पास क्यूआर कोड भी लगाए हैं. क्यूआर कोड को स्कैन किए जाने पर एक मरीज सीधा इमरजेंसी नंबर से कनेक्ट होगा और फिर एक क्लिक में एम्बुलेंस सर्विस से रिडायरेक्ट हो जाएगा.

Share:

Next Post

खेला: बैगा आदिवासी की जमीन पर कब्जा, SDM से हुई शिकायत

Thu Oct 13 , 2022
शहडोल। आज भी आदिवासी बहुल इलाकों में लगातार यहां की विशेष संरक्षित जातियों के रहवासी पूंजीपतियों के शोषण का शिकार हो रहे हैं इसकी बानगी शहडोल में देखी जा सकती है एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तमाम तरह के माफिया को निश्तेनाबूद करने की बात करते हैं वही जिले में प्रशासनिक अधिकारियों […]