इंदौर न्यूज़ (Indore News)

शहर भर में कई पेड़ गिरे, सवा सौ शिकायतें पहुंचीं

बंगाल की खाड़ी में हलचल… दो दिन और रहेगा यास का असर
आधा शहर आधी रात तक अंधेरे में, सुबह से ही उमस ने छुड़ाए पसीने
इन्दौर।  कल शाम शहर में तेज हवा(Strong wind) -आंधी (thunderstorm) के बाद 17 स्थानों पर पेड़ जड़ से उखडक़र जमीन पर आ गिरे और पेड़ की टहनियां और हिस्से गिरने के करीब सवा सौ से ज्यादा मामले हुए। इनकी शिकायतें देर रात तक कंट्रोल रूम ( control room) पर आती रहीं।
बंगाल (Bengal) की खाड़ी में हलचल का असर शहर में नजर आया। कल कई जगह स्थिति ज्यादा खतरनाक हो गई थी। रामबाग से लेकर इंद्रपुरी तक 17 पेड़ जड़ से ही उखडक़र जमीन पर आ गिरे। उन्हें हटाने के लिए रहवासियों के साथ निगम की टीमें भी जुटी रहीं। उद्यान विभाग के प्रभारी अधिकारी कैलाश जोशी के मुताबिक 17 स्थानों पर निगम की टीमें भेजी गई थीं, लेकिन देर रात तक पेड़ों की टहनियां और खतरनाक हिस्से गिरने की शिकायतें आती रहीं। वहीं निगम कंट्रोल रूम ( control room) पर देर रात तक पेड़ों की टहनियां और हिस्से गिरने की सवा सौ से ज्यादा शिकायतें मिलीं, जिसके चलते टीमें भेजी जाती रहीं। रेसकोर्स रोड, रामबाग, माणिकबाग, सुदामा नगर क्षेत्र से लेकर एरोड्रम के मुख्य मार्ग पर कई स्थानों पर सडक़ों पर पेड़़ आ गिरे थे, जिन्हें हटाने का काम आज सुबह तक चलता रहा।


प्रदेश का सबसे बड़ा महानगर इन्दौर, जिसमें 35 लाख से ज्यादा की आबादी शहरी क्षेत्र में आती है, के साथ ही शहर से जुड़े तीन से चार दर्जन ग्रामीण क्षेत्र की जद भी शहर में ही गिनी जाती है। इतनी संख्या में बिजली सप्लाय और मानसून के शुरुआती आंधी-तूफान में जब फाल्ट शुरू होते हैं तो बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों की सांसें फूल जाती हैं। कल शाम को 40 से ज्यादा फीडरों से जुड़ी दो हजार कालोनियों में तकरीबन 6 घंटे तक बिजली गुल रही। हालांकि आधी से ज्यादा कॉलोनियों में ओवरचेंज कर सप्लाय लोड दूसरे फीडरों पर भी जोड़ा गया, लेकिन इससे वोल्टेज की समस्या बनी रही। शाम 7 बजे अंधड़ की शुरुआत हुई तो 10 बजे तक तेज हवाओं के चलते बिजली लाइन के समीप पेड़ गिर पड़े, जिन्हें हटाने के लिए बिजली कर्मचारियों को खूब मशक्कत करना पड़ी। शहर अधीक्षण यंत्री के साथ डिवीजनल इंजीनियरों को मैदान में घूमना पड़ा। रात 12.30 बजे के बाद इन्होंने राहत की सांस ली।


यह क्षेत्र हुए प्रभावित
महालक्ष्मी नगर, निपानिया, सत्यसांई, विजयनगर, एलआईजी, नंदानगर, एमआईजी, गीता भवन, साउथ तुकोगंज, राजबाड़ा , भंवरकुआं, चोइथराम सब्जी मंडी, चाणक्यपुरी, अन्नपूर्णा, स्कीम नंबर 71, एयरपोर्ट, स्कीम नंबर 54, 74, 78 सहित इन्य इलाके प्रभावित रहे।
सुबह से बादल छाए
कल के अंधड़ के बाद मौसम का मिजाज अभी शांत नहीं हुआ है। आज सुबह से ही उमस का माहौल बना हुआ है। आसमान में बादल भी छाए हुए हैं। ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र कृषि महाविद्यालय इन्दौर के वैज्ञानिकों ने बताया कि आने वाले दो दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा।

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