- आरटीओ ने कहा बिना मीटर ऑटो दिखा तो होगी कार्रवाई-ई रिक्शा भी उज्जैन के अलावा कहीं ओर का रजिस्टर्ड पाया गया तो जप्त किया जाएगा-लोगों को मिलेगी किराये में राहत
उज्जैन। शहर में अब चारों तरफ ऑटो और ई-रिक्शा दिखाई देते हैं, क्योंकि इनकी संख्या काफी बढ़ गई है। आरटीओ ने ऑटो में जहाँ मीटर लगाने का काम शुरू किया, वहीं ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन भी अब बंद कर दिया है। क्योंकि इनकी संख्या शहर के लिए पर्याप्त हो गई है। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों को किराये में राहत मिलेगी।
आरटीओ ने पिछले दिनों शहर की ऑटो में मीटर लगाने का अभियान चलाया और बिना मीटर के परमिट जारी नहीं करने की घोषणा की। इसके बाद ऑटो वालों ने परमिट के लिए मीटर लगवाना शुरू कर दिए। आरटीओ संतोष मालवीय ने बताया अब तक 3000 ऑटो रिक्शा में मीटर लगा दिए गए हैं और सभी को चेतावनी दे दी गई है कि यदि किसी ऑटो रिक्शा में मीटर नहीं पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, वहीं शहर में डेढ़ हजार ई-रिक्शा का पंजीयन आरटीओ द्वारा कर दिया गया है। आरटीओ ने बताया कि शहर में ई-रिक्शा की पर्याप्त संख्या हो गई है इसलिए ई रिक्शा बेचने वाले सभी शोरूम को पत्र लिख दिया है कि अब वह नए ई रिक्शा का विक्रय नहीं करें, साथ ही यदि किसी अन्य शहर का रजिस्टर्ड ई रिक्शा उज्जैन में चलता पाया गया तो उसे जप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में यात्रियों की आवाजाही काफी हो रही है और प्रतिदिन 20-25 हजार श्रद्धालु सामान्य तौर पर आ रहे हैं, वहीं त्योहारों और छुट्टी के समय तो इनकी संख्या 3-4 लाख के आसपास पहुँच जाती है। इस मान से लोक परिवहन के वाहनों की संख्या करीब 5000 से अधिक हो गई है। ऐसे में अब नए रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है। Share: