भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

देवी मंदिरों में सोशल डिस्टेंस के साथ मां का दर्शन

  • शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की हो रही पूजा-अर्चना

भोपाल। शहर में शनिवार से शक्ति की साधना और आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र शुरू हो गया है। पुराने व नए शहर में एक हजार से अधिक स्थानों पर पंडाल सजाए गए हैं, जिनमें मातारानी को विराजित कर पूजा-अर्चना का दौर चल रहा है। आज शारदीय नवरात्र का दूसरा दिन है। आज मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जा रही है। माता ब्रह्मचारिणी के दाएं हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल है। मां ब्रह्मचारिणी इनको ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है। कठोर साधना और ब्रह्म में लीन रहने के कारण भी इनको ब्रह्मचारिणी कहा गया है। ब्रह्मचारिणी रूप की आराधना से उम्र लम्बी होती है। राजधानी में मां शक्ति की घर-घर आराधना हो रही है। मंदिरों में सोशल डिस्टेंस के साथ दर्शन हो रहे हैं। घरों में ज्योत प्रज्जवलित कर आरती और स्तुतिगान हो रहे हैं। शहर के माता मंदिरों में विशेष सजावट की गई। इस बार कोरोना के चलते अधिकांश पंडालों में छह फीट ऊंची मां दुर्गा की मूर्ति विराजित की गई। इस बार हर साल की तरह बड़ी झांकियां नहीं सजाई गई हैं। मेले भी नहीं लगाए गए हैं। पहले दिन सादगी से लोगों ने मातारानी की पूजा की।

पंडालों में सैनिटाइजर की व्यवस्था
मास्क लगाकर भक्त मातारानी के दरबार में आए। दुर्गा उत्सव समितियों की ओर से पंडालों में सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई। इधर, नवरात्र के पहले दिन पुराने शहर के सोमवारा चौक स्थित जय भवानी कफ्र्यू वाली माता मंदिर, कालीघाट मां कालका, माता मंदिर, मां पहाड़ा वाली मंदिर नयापुरा कोलार रोड सहित सभी दुर्गा मंदिरों में सुबह छह बजे से श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षित शारीरिक दूरी बनाकर और मास्क लगाकर ही लोगों को मातारानी के दर्शन करने जाने दिया। लोगों में मातारानी को जल व पुष्प अर्पित कर पूजा-अर्चना की। न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ ने नवरात्र के पहले दिन रोशनपुरा चौराहे पर विराजित की गई मातारानी के पंडाल में मास्क लगाने का संकल्प लिया। सभी पदाधिकारियों ने लाल रंग के मास्क लगाए और मातारानी की पूजा-अर्चना की। महासंघ के सचिव अजय देवनानी ने बताया कि लोगों को बिना मास्क के पंडाल में मातारानी के दर्शन के लिए प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं, बिट्टन मार्केट, 10 नंबर, छह, सात, पांच नंबर, टीन शेड, जवाहर चौक, नेहरू नगर, कोटरा सुल्तानाबाद, एमपीनगर, कोलार, भेल सहित कहीं भी हर साल की तरह बड़ी झाकियां नहीं सजाई गई हैं। पंडालों में बिना मास्क लगाए लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। शरीर का तापमान नाप कर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने और मास्क लगाने पर भी पंडालों में जाने दिया जा रहा है।

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