खजराना सहित तीन मुस्लिम बहुल वार्डों के प्रमुख लोगों से नहीं मिले तो नाराज हो गए अल्पसंख्यक नेता
इन्दौर। भाजपा (BJP) अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए नित-नए प्रयास कर रही है। बड़े नेताओं ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी हालत में हमें 51 प्रतिशत वोट बैंक का लक्ष्य हासिल करना है, लेकिन कल मुस्लिम बहुल वार्ड में गुजरात से आए विधायक शैलेष मेहता (MLA Shailesh Mehta) को जहां 8 घंटे रुकना था, वे बमुश्किल 1 घंटे ही वहां रुके। इस पर कुछ मुस्लिम नेता नाराज हो गए। उनका कहना था कि ऐसे संगठन कैसे मजबूत होगा?
पांच नंबर विधानसभा में गुजरात की सूरत सीट से विधायक संदीप देसाई (Sandeep Desai, MLA from Surat seat of Gujarat) को जवाबदारी दी गई है। उन्हें यहां संगठन की स्थिति जांचना है। इस बार इस विधानसभा में सबसे ज्यादा सिर फुटौव्वल हो रही है, क्योंकि विधायक महेन्द्र हार्डिया से नाराज कई नेताओं ने बगावत का झंडा हाथ में ले लिया है और वे लगातार सोशल मीडिया तथा बैठकों के माध्यम से बाबा का विरोध कर रहे हैं। कल देसाई का मुस़्िलम बहुल मंडल एपीजे अब्दुल कलाम मंडल में दौरा था और वहां के स्थानीय पदाधिकारियों से कहा गया था कि देसाई सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक यहां रहेंगे, लेकिन उन्होंने अपना दौरा एक घंटे में ही पूरा कर लिया। इस दौरान विधायक महेन्द्र हार्डिया, विधानसभा प्रभारी संदीप देसाई और मंडल अध्यक्ष इम्तियाज मेनन सहित प्रदेश उपाध्यक्ष नासिर शाह, समध लोधी, फारुक खान और क्षेत्र के पुराने कार्यकर्ता मौजूद थे। 1 घंटे में ही बैठक समाप्त करने पर कुछ मुस्लिम नेता नाराज हो गए। उनका कहना था कि जैसे-तैसे मुस्लिमों में हम पैठ जमाते हैं और बड़े नेता उसका कबाड़ा निकाल देते हैं। कुछ नेताओं ने इसकी शिकायत भोपाल में भी कर दी। उन्होंने कहा कि यहां से भले ही भाजपा हारती है, लेकिन विधायक को उसके कारणों के बारे में वन टू वन चर्चा करना थी, लोगों के घर जाना थी, लेकिन वे नहीं गए।
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