भक्ति की शक्ति, शिव की अद्भुत आराधना
इंदौर, कमलेश्वर सिंह सिसौदिया। भक्तों ने रिकॉर्ड (Record) बनाते हुए गंगोत्री से कावड़ लेकर 5 दिन में दौड़ते हुए 1500 किलोमीटर का सफर तय किया और इंदौर (Indore) पहुंचे। पूर्वी क्षेत्र के अरण्य धाम संत आश्रम पर आज उत्साह का माहौल सुबह से बना हुआ है। आश्रम के महंत रामजी बाबा ने बताया कि 9वीं डाक कावड़ आज गंगोत्री से इंदौर पहुंची है।
सीताराम नॉनस्टॉप जर्नी डाक कावड़ की खासियत यह है कि इसमें एक कावड़ को बारी-बारी से कावडिय़ा लेकर दौड़ते हैं जो दिन-रात जारी रहती है। 20 अगस्त को दोपहर 12 बजे गंगोत्री से गंगा जल लेकर भक्ति की अनोखी आराधना का क्रम शुरू हुआ था, जो आज सुबह 8 बजे सावेर पहुंचा, यहां से दोपहर 12 बजे तक इंदौर भक्तों का जत्था पहुंचेगा। मरीमाता चौराहे से राजवाड़ा होते हुए मालवा मिल, सयाजी चौराहा 78 स्कीम होते हुए अरण्य धाम आश्रम पर भगवान राम रामेश्वर का गंगाजल से अभिषेक किया जाएगा। सीताराम भक्त मंडल के 200 श्रद्धालु 14 अगस्त को वाहनों के जत्थे के साथ इंदौर से रवाना होकर 19 अगस्त को गंगोत्री पहुंचे थे। 20 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त में पूजन के बाद दौड़ती हुई कावड़ की शुरुआत हुई।
यहां से गुजरी कावड़
गंगोत्री से ऋषिकेश, हरिद्वार, मेरठ, दिल्ली, गुडग़ांव, शाहपुरा, जयपुर,कोटा, आगर मालवा, उज्जैन, सांवेर होते हुए आज इंदौर (Today Indore via Rishikesh, Haridwar, Meerut, Delhi, Gurgaon, Shahpura, Jaipur, Kota, Agar Malwa, Ujjain, Sanwer) पहुंची। बारिश की विपरीत परिस्थितियों में भी कावडि़ए दिन-रात भक्ति और आस्था के साथ अपने बुलंद हौंसलों से दौड़ते रहे। तकरीबन इस कावड़ा यात्रा में पांच दिन में तकरीबन 121 घण्टों में गंगोत्री से इन्दौर का सफर बिना रूके तय किया। जगह-जगह कावडिय़ों का भव्य स्वागत किया गया।
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