- 13 करोड़ के पीएफ घोटाले की आरोपी अधीक्षक ने जेल में दिखाया रौब
भोपाल। उज्जैन के भैरबगढ़ जेल में 13 करोड़ के पीएफ घोटाले की मुख्य आरोपी पूर्व जेल अधीक्षिक ऊषाराज को इंदौर केंद्रीय जेल भेजा गया है। जेल जाने के बाद भी उसकी दबंगई कम नहीं हुई है। महिला बैरक में बंद करने पर उसने जेल अफसरों पर रौब झाड़ते हुए कहा कि उसे अपने हिसाब से रहने दें। जेल अधीक्षक रही हूं और आगे भी रहूंगी। हालांकि केंद्रीय जेल अधीक्षक ने कहा कि नियमानुसार ही सुविधा दी जाएगी। इधर घोटाले में शामिल होने पर ऊषाराज की बेटी को भी देवास जेल भेज दिया गया है। पीएफ घोटाले एवं अन्य मामलों की जंाच कर रही उज्जैन पुलिस की एसआईटी को नई जानकारी मिल रही हैं। जिनके आधार पर आरेापियों की संख्या बढ़ सकती है। बेटी एवं सहेली के घर से भी सामान की जब्ती की गई है।
निलंबित जेल अधीक्षक पर मंत्रालय मेहरबान
पीएफ घोटाले की आरोपी जेल अधीक्षक ऊषाराज को पुलिस ने 18 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद जेल भेज दिया गया। इस मामले में शासन स्तर पर 25 दिन बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है। गिरफ्तारी के 12 दिन बाद जेल मुख्यालय को निलंबन का आदेश निकालना पड़ा है। घोटालेबाज जेल अधीक्षक उषाराज के मामले में प्रमुख सचिव जेल भ्ीा चर्चा को तैयार नहीं है। शासन स्तर पर निलंबन का निर्णय नहीं लेने पर जेल महानिदेशक अरविंद कुमार ने सिर्फ इतना बताया कि मुख्यालय को निलंबन के अधिकार हैं। जेल मुख्यालय ने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए निलंबन आदेश निकाला था।
घोटाले पर घोटाले फिर भी बहाली का भरोसा
जेल अधीक्षक उषाराज के खिलाफ पीएफ घोटाले के अलावा भी अन्य मामले सामने आए हैं। इसके बावजूद भी उषाराज को बहाली का पूरा भरोसा है। इस तरह के गंभीर मामले में ढुलमुल रवैया अपनाने को लेकर विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।