आज देवास भाजपा कार्यालय में प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक
इंदौर। भाजपा (BJP) ने सोनकच्छ से राजेन्द्र वर्मा (Rajendra Verma) का टिकट काटकर भले ही राजेश सोनकर (Rajesh Sonkar) को दे दिया हो, लेकिन दलित बहुल इस सीट पर 40 हजार से अधिक वोट सेंधव समाज के भी हैं। पिछले 50 साल से इस समाज को टिकट नहीं मिला, जिसके कारण भाजपा के ही कुछ नेता नाराज हैं।
सोनकर सामाजिक समीकरण बिठाने में लगे हैं। टिकट घोषित होने के बाद दो दिन से वे इंदौर (Indore) में ही थे। सोनकच्छ विधानसभा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी गुरूवार देर रात तक कार्यालय पर उनसे मिलने आते रहे और कल दिनभर भी मेल-मुलाकात का सिलसिला चलता रहा। आज सोनकर देवास पहुंच रहे हैं और वां भाजपा कार्यालय में प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गई है। भले ही इस सीट को कांग्रेस ने 9 हजार 818 वोट से हराया हो, लेकिन सोनकर के लिए यह सीट चुनौतीपूर्ण रहेगी, क्योंकि पांच बार के विधायक और मंत्री रहे सज्जनसिंह वर्मा एक बार तो लगातार तीन बार विधायक रहे हैं। एक बार वे देवास-शाजापुर सीट से सांसद भी रहे। सामाजिक समीकरण की बात की जाए तो यहां 52 हजार दलित वोट हैं, जिसमें से कांग्रेस ने अधिकांश पर कब्जा कर रखा है। वहीं करीब 42 हजार सेंधव समाज, 40 हजार के करीब राजपूत समाज और खाती समाज के वोट हैं, जिन्हें अभी तक किसी भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया।
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