इंदौर न्यूज़ (Indore News)

वैक्सीनेशन में लगे स्टाफ को नहीं मिल पा रहा है मानदेय, केन्द्रों पर सुविधाएं भी नहीं

कर्मचारी को 200 तो आउटसोर्सेस कर्मचारी को 500 रुपए प्रतिदिन देने का है आदेश
इंदौर। प्रदेश सरकार वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर बड़े स्तर पर अभियान चला रही है। इस अभियान में काम करने वाले अलग-अलग श्रेणी के व्यक्तियों को मानदेय भी दिया जाना है। इनमें कई लोगों को अभी तक मानदेय नहीं मिला है, जबकि स्वास्थ्य विभाग के स्पष्ट आदेश हैं कि व्यवस्थाओं में लगे कर्मचारी को 200 रुपए और टीकाकरण में लगे आउटसोर्सेस (Outsourcing) कर्मचारी को 500 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय देना है।


28 जनवरी को ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश (National Health Mission Madhya Pradesh) द्वारा ये आदेश जारी कर दिए गए थे। इस आदेश में आउटसोर्सेस टीकाकर्मी को 200 रुपए टीए-डीए के रूप में दिए जाना हैं। यह राशि प्रतिदिन दी जाएगी। इसके साथ ही अगर आउटसोर्सेस कर्मचारी को टीकाकरण के लिए हायर किया जाता है तो उसे 500 रुपए प्रतिदिन के मान से मानदेय देना होगा। इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए 200 रुपए की राशि दिए जाने का भी आदेश है। इसके साथ ही कोविड सॉफ्टवेयर उपयोग करने के लिए सत्यापनकर्ता को 500 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से राशि देना है। वहीं टीकाकरण केंद्र ( Immunization Center) पर भीड़ प्रबंधन के लिए तैनात किए गए व्यक्ति को 200 रुपए देने का नियम है। बताया जा रहा है कि केंद्रों पर भी कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाना हैं, लेकिन वे भी नहीं हो रही हैं। नाम न छापने की शर्त पर आउटसोर्सेस कर्मचारियों ने बताया कि अभी तक उन्हें न तो मानदेय मिला है और न ही टीए-डीए की राशि दी गई है।


कल पैदल काम करने पहुंचे नर्सिंग स्टूडेन्ट्स
शिविर में व्यवस्थाओं और रजिस्टे्रशन के साथ-साथ वैक्सीनेशन के लिए नर्सिंग स्टूडेन्ट्स (Nursing Students) को भी लिया गया है। कुछ स्टूडेन्ट्स तो पैदल ही अपने-अपने अस्पताल ( Hospital) पहुंचे, जहां उनकी ड्यूटी थी। इसका खर्चा भी उन्हें नहीं मिल पाया। जाते समय भी लिफ्ट लेकर वे अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचे।

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