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राजस्थान पॉलीटिकल ड्रामे का दी एंड, सरकार ने विश्वास मत जीता, सदन 21 अगस्त तक के लिए स्थगित

  • गहलोत बोले- भाजपा ने सरकार गिराने की साजिश रची थी
  • भाजपा ने कहा- हॉर्स ट्रेडिंग की बात करते हो, आप तो पूरे हाथी गटक गए
  • सदन में सीट बदलने पर पायलट बोले- यह सरहद है
  • जिस डॉक्टर को मर्ज बताना था उसे बता दिया-पायलट

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में अशोक गहलोत सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है। विश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा ‘भाजपा ने सरकार गिराने की साजिश रची थी।’संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, ‘राजस्थान में न तो किसी शाह की चली, न तानाशाह की।’ प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने सदन में केंद्रीय मंत्री अमित शाह का नाम लेने पर आपत्ति जताई।
इसके पूर्व विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की लड़ाई में हमारे राज्य की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन सदन में बीजेपी के नेता उसकी आलोचना कर रहे हैं। बीजेपी ने राज्य की सरकार गिराने की कोशिश की। अशोक गहलोत ने कहा कि जिन मंत्री का नाम था वो ऑडियो टेप में आ गया, लेकिन आप सफल नहीं हो पाए। आपके हाईकमान का आदेश था, इसलिए सरकार गिराने की कोशिश की। ये सच पूरा देश जानता है, आपने अरुणाचल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में क्या किया पूरा देश जानता है। इस देश में सिर्फ दो लोग ही राज कर रहे हैं, दिल्ली में किसी मंत्री को कोई पूछ नहीं रहा है।
अशोक गहलोत ने कहा कि कई नेता छुपकर दिल्ली गए और सीएम बनाने की रेस शुरू कर दी। सीएम ने कहा कि अमित शाह के सपने में भी सरकारें आ रही हैं, लेकिन मैं सरकार गिरने नहीं दूंगा। आपके लोगों ने आजादी की लड़ाई में कुछ नहीं किया, इंदिरा गांधी भी चुनाव हार गई थीं, जिस दिन जनता का मूड हुआ, दिल्ली में क्या होगा पता भी नहीं चलेगा।
इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल ने कहा कि अकबर को महाराणा प्रताप ने नाकों चने चबवा दिए थे। इसी तरह जब भाजपा सभी जगह सरकारें गिराकर राजस्थान पहुंची तो वीर सपूतों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में छठी का दूध याद दिला दिया। भाजपा ये कहती है कि कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी की, अगर ये बाड़ेबंदी है तो आपने जो विधायक गुजरात भेजे थे, वे क्या रासलीला रचाने के लिए भेजे थे? महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने आधी रात को राष्ट्रपति को जगा दिया। जिस दिन फडणवीस की सरकार गिरी, उस दिन मोटा भाई और छोटा भाई को इस्तीफा दे देना चाहिए था।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया बोले, ‘मैं विश्वास मत प्रस्ताव का विरोध करता हूं। 35 दिन में 5 फिल्में रिलीज हुईं। बाड़ेबंदी 1,2,3,4, 5…आखिरी बाड़ेबंदी में फेयरमोंट की इटेलियन डिश और क्रिकेट चल रहा था। इस बीच कुछ पीड़ितों की चीखें भी थीं। राजस्थान का जुगाड़ मशहूर है। उस जुगाड़ के लिए जादूगर भी मशहूर हैं। हॉर्स ट्रेडिंग की बात करते हो, आप तो बसपा के पूरे के पूरे हाथी गटक गए।’
बहस के बीच प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ बार-बार सचिन पायलट का नाम ले रहे थे। इस पर पायलट बीच में खड़े होकर स्पीकर से बोले, ‘आपने मेरी सीट में बदलाव किया। मैंने सोचा- मेरी सीट यहां क्यों रखी है? मैंने देखा कि यह सरहद है, जहां एक तरफ सत्ता पक्ष और दूसरी ओर विपक्ष। सरहद पर उसे भेजा जाता है, जो सबसे मजबूत होता है।’
पायलट ने कहा, ‘समय के साथ सभी बातों का खुलासा होगा। जो कुछ कहना-सुनना था, वह कह दिया। हमें जिस डॉक्टर के पास अपना मर्ज बताना था बता दिया। सदन में आए हैं तो कहने-सुनने की बातों को छोड़ना होगा। इस सरहद पर कितनी भी गोलीबारी हो, ढाल बनकर रहूंगा।’

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