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महंगाई को नियंत्रित कई बैंकों ने FD की ब्याज दरों में किया बदलाव

नई दिल्‍ली (New Delhi)। आरबीआई (RBI) द्वारा महंगाई को नियंत्रित करने के लिए बाजार से पूंजी की लिक्विडिटी (liquidity of capital) को कम करने के उद्देश्य से कर्ज महंगा करना बैंक (Bank) में पैसा जमा कराने वालों के लिए सुनहरा अवसर बन गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि बैंकों ने कर्ज की ब्याज दर के मुकाबले जमा दर में ज्यादा इजाफा किया है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2022 के बाद से नीतिगत दरों में बढ़ोतरी का जो सिलसिला चला उससे बैंकों ने नीतिगत दरों में हुई 250 आधार अंक की बढ़ोतरी में से 110 आधार अंक की वृद्धि औसत कर्ज दरों पर की। वहीं, बीती अगस्त तक बैंकों ने औसत जमा दर में 157 आधार अंक की वृद्धि की।

विशेषज्ञों का मानना है कि बैंकों से कर्ज के उठान में 15 से 16 प्रतिशत की तेजी है। अपनी नकदी की जरूरत को पूरा करने के लिए बैंक एफडी पर ऊंची दर देकर पैसा उठा रहे हैं। यह अंतर पुराने और नए कर्ज के मामले में भी देखा जा रहा है। नए कर्ज में जहां औसत दर 196 आधार अंक बढ़ी, वहीं नए जमा पर ब्याज दर 233 आधार अंक बढ़ी है।



जमा प्रमाणपत्र की रफ्तार बढ़ी:बैंकिंग व्यवस्था में नकदी की कमी के बीच सितंबर महीने में जमा प्रमाणपत्र जारी करने की रफ्तार उच्च स्तर पर पहुंच गई। यह कम अवधि के ऋण जुटाने के साधन होते हैं, जिसका इस्तेमाल बैंक धन जुटाने के लिए करते हैं। सितंबर में बैंकों ने 73,856 करोड़ रुपये के जमा प्रमाणपत्र जारी किए, जबकि अगस्त में 56,895 करोड़ रुपये और जुलाई में 45,550 करोड़ रुपये के जाम प्रमाणपत्र जारी किए गए थे।

जानकारों का कहना है कि ऐसा नकदी की वजह से हुआ। व्यवस्था में नकदी की कमी ज्यादा रही और बैंक रिजर्व बैंक से उधारी ले रहे थे। और आईसीआरआर (बढ़े क्रेडिट रिजर्व रेशियो) की वजह से रिजर्व बैंक ने कुछ नकदी खींची थी, जिसे किस्तों में जारी किया गया।



छह बैंकों ने एफडी की दरें बदलीं
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से पहले कई बैंकों ने सावधि जमा ब्याज दर में बदलाव किया है। गौरतलब है कि इस बैठक का नतीजा छह अक्टूबर 2023 को जारी होगा।

एचडीएफसी बैंक: बैंक ने दो विशेष अवधि के लिए सावधि जमा ब्याज दर में कटौती की है। यह विशेष अवधि 35 और 55 महीने है। बैंक एफडी पर तीन प्रतिशत से लेकर 7.15 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहा है।

बैंक ऑफ इंडिया:बैंक ने दो करोड़ से कम के निवेश पर एफडी ब्याज को संशोधित किया है। इससे बैंक का एफडी ब्याज तीन प्रतिशत से लेकर 7.25 प्रतिशत तक हो चुका है। इसकी अवधि सात से 10 साल है।
पंजाब एंड सिंध बैंक: बैंक ने दो करोड़ से कम के निवेश पर ब्याज दर को संशोधित किया है। यह बैंक सात दिन से 10 साल की अवधि पर 2.80 से लेकर 7.40 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है। यह ब्याज दर एक अक्टूबर से प्रभावी है।

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक: बैंक ने दो करोड़ रुपये के निवेश पर ब्याज दर को संशोधित किया है। बैंक तीन से 7.50 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है। यह सात दिन से 10 साल की अवधि के लिए है। यह बदलाव एक अक्टूबर से प्रभावी है।
इंडसइंड बैंक: बैंक सात दिन से 10 साल की एफडी पर 3.50 प्रतिशत से लेकर 7.85 प्रतिशत का ​ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह बैंक एफडी पर 8.25 प्रतिशत तक ब्याज दे रहा है। नई दरें एक अक्टूबर से प्रभावी हैं।

कर्नाटक बैंक: बैंक ने दो करोड़ से कम राशि के जमा पर सावधि जमा की ब्याज दर में बदलाव किया है। बैंक सात दिन से 10 साल की एफडी पर 3.50 प्रतिशत और 7.25 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है। नई दरें एक अक्टूबर से प्रभावी हैं।

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