विदेश

चीन में अविवाहित महिलाएं भी पैदा कर सकेंगी बच्‍चा, पॉपुलेशन में भारत से पीछे होने पर ड्रैगन का फैसला

नई दिल्ली (New Delhi)। इस वक्त चीन (China) की सरकार देश में घटते बर्थ रेट से परेशान है. वहां की सरकार आए दिन बर्थ रेट को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है. इसी बीच चीनी सरकार (Chinese government) ने अविवाहित महिलाओं को बच्चे पैदा करने के लिए फरवरी में पंजीकरण कराने के नियम को वैध कर दिया है. इसका मतलब है कि अब चीन की अविवाहित महिलाएं गर्भधारण करने के बाद पेड लीव और चाइल्ड सब्सिडी प्राप्त कर सकती हैं.

चीन के दक्षिण-पश्चिमी सिचुआन प्रांत (southwest sichuan province) की राजधानी चेंगदू की रहने वाली चेन लुओजिन पंजीकरण का हिस्सा बनने जा रही हैं. चेन लुओजिन 33 साल की एक तलाकशुदा महिला (divorced woman) हैं. हालांकि, चीन की सरकार बच्चे के जन्म से जुड़े पंजीकरण के नियम को देश भर में भी लागू करने के बारे में विचार कर रही है.

स्थानीय सरकार के फैसले से खुश- चेंगदू
चीन में पहले सिर्फ विवाहित जोड़ों के लिए पेड लीव और चाइल्ड सब्सिडी हासिल करने का अधिकार था. दक्षिण-पश्चिमी सिचुआन प्रांत की रहने वाली चेंगदू स्थानीय निजी क्लिनिक से कानूनी रूप से इन-विट्रो फर्टिलिटी (IVF) के ट्रीटमेंट का लाभ उठा सकती है. वो फिलहाल 10 हफ्ते की गर्भवती है. चेंगदू एक लॉजिस्टिक विभाग में काम करती है.

उन्होंने स्थानीय सरकार के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सिंगल पैरेंट बनना हर किसी बस की बात नहीं है. उन्हें कई तरह के तकलीफों से गुजरना पड़ता है. मैं इस फैसले से खुश हूं. मुझे पता है कि सरकार के इस फैसले से बहुत सी अकेली महिलाएं आईवीएफ कर रही हैं.


चीन जनसंख्या गिरावट का सामना करना पड़ रहा है
चीन को पिछले 60 सालों में पहली बार जनसंख्या गिरावट का सामना करना पड़ रहा है. चीन में तेजी से लोगों की उम्र में बढ़ोतरी हो रही है. इससे चिंतित होकर देश की सरकार मार्च के महीने में इन-विट्रो फर्टिलिटी (IVF) से जुड़ी सेवाओं को सरल बनाने के कोशिश कर रही है.

इससे देश भर में इन-विट्रो फर्टिलिटी के मदद से प्रजनन दर को बढ़ाने में मदद मिलेगी. ये एक बिजनेस के रूप में भी देखा जा रहा है, क्योंकि ये पहले से ही दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है. इनवो बायोसाइंस (INVO.O) में एशिया पैसिफिक के बिजनेस डेवलपमेंट के निदेशक यवे लिप्पेंस ने कहा कि अगर चीन सिंगल महिलाओं को बच्चे पैदा करने की अनुमति देने के लिए अपनी नीति में बदलाव करता है तो इसके परिणामस्वरूप IVF की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है.

इन-विट्रो फर्टिलिटी (IVF) एक उपचार तकनीक है, जिसमें महिला के गर्भधारण करने वाले अंडे और पुरुष के स्पर्म को लैब में फर्टिलाइज करके भ्रूण का निर्माण किया जाता है.

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