इंदौर। इंदौर के कृषि महाविद्यालय (Agricultural Colleges of Indore) की जमीन बचाने के लिए चल रहे आंदोलन को आज नौ दिन हो गए हैं। कॉलेज के गेट पर ही छात्र-छात्राओं (students) का धरना प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को आंदोलनरत विद्यार्थियों (agitating students) ने कृषि कॉलेज से कलेक्टर कार्यालय (collector office) तक कांवड़ यात्रा निकाली। कांवड़ में पौधे लटकाए गए थे। ये पौधे कलेक्टोरेट में रोपे गए। एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया (Submitted memorandum to SDM)।
बता दें कि कृषि कॉलेज की जमीन शासन द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सिटी फॉरेस्ट के लिए ली जाने की जानकारी लगने के बाद विद्यार्थियों ने आंदोलन चला रखा है। शासन कॉलेज कहीं और शिफ्ट कर यहां ऑक्सीजन जोन बनाना चाहता है। कॉलेज प्रबंधन से जमीन से जुड़ी जानकारी शासन ने मांग ली है। तब से छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि करीब 100 साल से यहां कृषि से जुड़े शोध होते आ रहे हैं। एक तरफ इसे यूनिवर्सिटी बनाने की बात हो रही थी, वहीं अब हमसे हमारी जमीन भी छीनी जा रही है।
एग्री अंकुरण वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राधे जाट ने बताया कि बीते नौ दिन से विद्यार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को सुंदरकांड पाठ किया गया था। हनुमान से जिम्मेदारों को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की गई। शुक्रवार को छात्रों ने अर्धनग्न होकर कांवड़ यात्रा निकाली। कांवड़ में दोनों तरफ पौधे लटकाए गए थे।
छात्रों का कहना है कि कॉलेज की जमीन लेकर शासन ऑक्सीजन जोन बनाना चाहता है तो हम पहले कलेक्टोरेट में ही पौधे रोपकर ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ा रहे हैं ताकि यहां के अधिकारियों को सही ऑक्सीजन मिल सके। छात्राएं संदेश लिखी तख्तियां लेकर चल रही थीं। छात्राओं ने कलेक्टर परिसर में पौधे रोपे। वहीं एसडीएम अंशुल खरे ने छात्रों से ज्ञापन लिया। साथ ही कहा कि वे सभी की बात ऊपर तक पहुंचाएंगे।
कृषि कॉलेज की जमीन बचाने के लिए चल रहे आंदोलन को कई संगठनों का समर्थन मिल रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा 10 अगस्त को बैठक में आंदोलन के लिए रूपरेखा तैयार करेगा। वहीं गुरुवार रात कृषि महाविद्यालय इंदौर के एग्री अंकुरण वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों का एक समूह पर्यावरण एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर से मिलने उनके निवास पर पहुंचा। कॉलेज के प्रतिनिधियों ने मंत्री जी को कॉलेज के ऐतिहासिक तथ्यों से अवगत कराया तथा कॉलेज के द्वारा वर्तमान में किए जा रहे हैं कृषि अनुसंधान के कार्यों के बारे में बताया। उषा ठाकुर ने बताया कि वे कृषि महाविद्यालय के अमूल्य योगदान के बारे में जानती हैं, क्योंकि उनके पिता भी कृषि महाविद्यालय इंदौर में अध्यापन का कार्य कर चुके हैं।
उषा ठाकुर ने कहा कृषि महाविद्यालय इंदौर की एक अमूल्य धरोहर है। उसे यूं बर्बाद नहीं होने देंगे। मैं आप के आंदोलन में पूरी तरह साथ हूं और माननीय मुख्यमंत्री जी से इस संबंध में पत्र लिखकर चर्चा करूंगी। छात्रों के प्रतिनिधियों के दल में एग्री वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राधे जाट राष्ट्रीय प्रवक्ता रंजीत रघुनाथ व शुभम बिरला , लखन पटेल ,सोनू धाकड़ उपस्थित रहे ।
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