जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

मुट्ठी भर बादाम का करें सेवन, फिर देखें कमाल, फायदें चौंका देंगें


आमतौर पर आप सभी जानते ही हैं कि बादाम खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। खाने में क्रंची और प्रोटीन से भरपूर बादाम फाइबर और ओमेगा 3 से भरपूर होता है। बादाम टेस्ट के साथ हेल्दी गुणों से भी भरपूर होता है। फ्रंटलाइन इन न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में यह बात सामने आई है कि दिन में दो बार बादाम का सेवन करने से शरीर में स्वस्थ रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल(cholesterol) के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। अध्ययन के मुताबिक बादाम (almond) को स्नैक्स की तरह खाने से युवाओं और किशोरों में प्रीडायबिटीज के साथ एचबीए1 सी (HbA1c) और ब्लड लिपिड में सुधार किया जा सकता है।

बादाम का सेवन कई तरह किया जाता है, कुछ लोग भीगे बादाम का सेवन करते हैं तो कुछ लोग सूखे बादाम खाना पसंद करते हैं। हालांकि भीगे हुए बादाम एंजाइम रिलीज (enzyme release) करने में मदद करते हैं, जो कि पाचन प्रकिया के लिए बेहद उपयोगी है। बादाम सबसे हेल्दी मिड-मील स्नैक्स हैं, जिसमें मोनोसैचुरेटेड फैट्स (monosaturated fats) मौजूद होते हैं जो भूख को कम करते हैं और पेट भरा हुआ रखते हैं। आइए जानते हैं कि बादाम खाने के कौन-कौन से फायदे हैं।

अगर आप बादाम का सेवन भीगों कर करते हैं तो इसे खाने से आपका दिल हेल्दी रहता है। बादाम खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करआमतौर पर आप सभी जानते ही हैं कि बादाम खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है।ता है और बढ़िया कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है।

ब्लड शुगर के मरीज़ों के लिए बादाम का सेवन बेहद उपयोगी है। बादाम में बहुत कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है लेकिन हाई फैट, प्रोटीन, मैग्नीशियम और फाइबर (magnesium and fiber) पाया जाता है। इसलिए डायबटीज के मरीज़ों को बादाम खाने से फायदा मिलता है।



बादाम दिमाग तेज करने में अहम भूमिका निभाता है, इसमें मौजूद प्रोटीन (protein) न केवल बॉडी में एनर्जी बढ़ाता है, बल्कि मस्तिष्क की कोशिकाओं को भी रिपेयर करता है। इसके सेवन से सोचने-समझने की पावर में सुधार होता है।

बादाम में हाई फैट मौजूद रहता है तब भी यह वज़न को कंट्रोल करने में मददगार है। बादाम में मौजूद मोनोसेच्युरेटेड फैट भूख को रोकने और पेट को लंबे समय तक भरे रहने का एहसास दिलाता है। जिससे आपको भूख नहीं लगती और आप कम खाते हैं। इसे खाने से मेटाबॉलिज्म (metabolism) फास्ट होता है।

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य सूचना उद्देश्‍य के लिए है इन्‍हें किसी चिकित्‍सक के रूप में न समझें। हम इसकी सत्‍यता की जांच का दावा नही करतें कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Share:

Next Post

विश्वविद्यालयों को विदेशों में कैंपस खोलने के लिए करेंगे प्रोत्साहित : धर्मेंद्र प्रधान

Wed Jul 21 , 2021
नई दिल्ली। केंद्र सरकार (Central govt) ने नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (National Research Foundation) के लिए पांच वर्षों के लिए 50,000 करोड़ रुपए (50,000 crores) का फंड (Fund) सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा, अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों (Indian universities) को अन्य देशों (Abroad) में अपने कैंपस खोलने (Open campuses) के लिए प्रोत्साहित (Encourage) किया […]