औषधीय गुणों से भरपूर आंवले का इस्तेमाल हजारों वर्षों से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में होता आ रहा है। आंवले में कई तरह के पोषक तत्व (Nutrients) मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा और बालों को भी हेल्दी बनाने में कारगर हैं। आंवले में विटामिन-सी (vitamin C), एबी, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम (magnesium), आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड की अच्छी-खासी मात्रा पाई जाती है।
आंवला (Gooseberry) मधुमेह की बीमारी को नियंत्रित करने के साथ ही शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में कारगर है। यह दिल को भी दुरुस्त रखता है। हालांकि, सीमित तौर पर आंवले का सेवन लाभकारी होता है। लेकिन अगर आप नियमित तौर पर आंवले का अधिक सेवन कर रहे हैं तो यह आपके स्वास्थ्य (Health) के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
बता दें, आंवले का सेवन आप मुरब्बे, जूस और पाउडर के तौर पर कर सकते हैं। हालांकि, इसे दूसरी चीजों के साथ मिलकार खाना कई बार हानिकारक साबित हो सकता है।
-डायबिटीज:
यूं तो आंवला डायबिटीज (diabetes) के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह खून में शुगर की मात्रा को कम करने में कारगर है। लेकिन अगर आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो आपको आंवले का सेवन सीमित कर देना चाहिए।
-एसिडिटी:
आंवला एसिडिक नेचर का होता है। जिन लोगों को गैस आदि की समस्या रहती है, उन्हें आंवले का सेवन कम-से-कम करना चाहिए। क्योंकि, इसका अधिक सेवन करने से आपको पेट में कब्ज और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
-लिवर:
आंवले का अगर अदरक, लोबान या फिर टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (Tinospora cordifolia) के साथ सेवन किया जाए तो इससे आपका लिवर खराब हो सकता है। या फिर लिवर से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
-सर्जरी:
सर्जरी के बाद या फिर सर्जरी के दौरान आंवला खाने से रक्तस्त्राव का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सर्जरी से दो हफ्ते पहले ही आंवले का सेवन बंद कर देना चाहिए।
-पाचन तंत्र:
आंवले का अधिक सेवन लिवर के लिए नुकसानदायक तो साबित होता ही है। साथ ही यह लिवर में एसजीपीटी की मात्रा को भी बढ़ा देता है। जिसके कारण पाचन तंत्र प्रभावित होता है। ऐसे में आंवले के अधिक सेवन से बचना चाहिए।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं इन्हें किसी चिकत्सक के रूप में न समझें। कोई भी सवाल या परेंशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें ।
Share: