ढाका। बांग्लादेश बॉर्डर (Bangladesh border) पर एक रोहिंग्या शरणार्थी कैंप (Rohingya Refugee Camp) में शुक्रवार को इस्लामिक मदरसा (Islamic Madrasa) पर हुए हमले में सात लोगों की मौत हो गई. एक क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख ने हमले की जानकारी देते हुए बताया कि हमलावरों ने कुछ पीड़ितों की गोली मारकर हत्या कर दी और अन्य पर चाकुओं से वार किया। तीन सप्ताह पहले शिविरों में रोहिंग्या समुदाय (Rohingya Community) के एक नेता की उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या करने के बाद बढ़ते तनाव के बीच हत्याएं हुई हैं।
बांग्लादेश के प्रमुख सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों ने सुबह करीब 4 बजे उखिया में कैंप नंबर 18 के ब्लॉक एच-52 में हमला किया. फायरिंग में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. पुलिस ने एक हमलावर को बंदूक और गोलाबारूद के साथ गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
इससे पहले 29 सितंबर को बांग्लादेश के एक शिविर में रोहिंग्या शरणार्थी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। कॉक्स बाजार जिले के उखिया में स्थित कुटुपालोंग शरणार्थी शिविर में अज्ञात हमलावरों ने मोहिबुल्ला को गोली मार दी. बाद में उन्हें एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मोहिबुल्ला पेशे से एक शिक्षक थे, जो बाद में एक शरणार्थी नेता बन गए और अंतरराष्ट्रीय बैठकों में मुस्लिम स्थानीय समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रवक्ता थे. वह 2019 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ धार्मिक स्वतंत्रता पर एक बैठक के लिए व्हाइट हाउस गए थे और उन्होंने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति पर बातचीत की थी।
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