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झारखंड : गिरिडीह लोकसभा सीट पर बढ़ी सियासी सरगर्मी, त्रिकोणीय संघर्ष के आसार

धनबाद (Dhanbad) । पारसनाथ जैसे प्रमुख पर्यटक स्थल से अपनी पहचान रखने वाली गिरिडीह लोकसभा सीट (Giridih Lok Sabha seat) पर मतदान की तारीख (25 मई) के नजदीक आने के साथ सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। झारखंड (Jharkhand) गठन के बाद यहां सामान्यत भाजपा और झामुमो (BJP and JMM) में मुकाबला होता रहा है, लेकिन इस बार त्रिकोणीय संघर्ष के आसार हैं। 2019 में भाजपा ने इस सीट को सहयोगी दल आजसू को दे दिया था। 2024 में भी एनडीए की तरफ से आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी उम्मीदवार हैं। वहीं झामुमो ने टुंडी विधायक मथुरा महतो को उतारा है। जेबीकेएसएस से जयराम महतो भी प्रत्याशी हैं। तीनों कुर्मी हैं। यह सीट कुर्मी बहुल है लेकिन इस बार एक ही जाति के प्रत्याशियों के खड़ा होने से इसमें बिखराव की आशंका है। ऐसे में परिणाम गैर कुर्मी वोटरों पर निर्भर करेगा।

चंद्रप्रकाश चौधरी को भाजपा से काफी उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर जमकर प्रचार कर रहे हैं। गिरिडीह के बगोदर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा भी की है। झामुमो प्रत्याशी मथुरा महतो जल,जंगल और जमीन के मुद्दे पर मूलवासी एवं स्थानीय को लुभाने की कोशिश में हैं। हेमंत एवं चंपाई सरकार की उपलब्धियां भी गिना रहे हैं। वहीं युवा जयराम स्थानीयता को लेकर मुखर हैं। उनकी सभाओं में भीड़ भी जुट रही है। जानकार बताते हैं कि गिरिडीह में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है। हालांकि, आजसू और झामुमो के नेता मुकाबले को पहले की तरह आमने-सामने का मानते हैं। विधानसभावार स्थिति पर नजर डालें तो ‘इंडिया’ मजबूत है। गिरिडीह सीट के में आने वाली छह विधानसभा सीटों में से चार पर ‘इंडिया’ का कब्जा है।


गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र का विस्तार गिरिडीह, धनबाद और बोकारो जिले में है। इसके अंतर्गत छह विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें से चार पर इंडिया का कब्जा है। गिरिडीह डुमरी और टुंडी पर झामुमो के विधायक हैं जबकि बेरमो पर झामुमो का कब्जा है। वहीं बाघमारा सीट पर भाजपा और गोमिया पर आजसू का कब्जा है।

क्या हैं प्रमुख मुद्दे
यहां बेरोजगारी गंभीर समस्या है। रोजगार के लिए बड़े शहरों में युवा पलायन करते हैं। अदद शिक्षण संस्थान नहीं हैं। मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज की मांग लंबे समय से हो रही है। गिरिडीह में बड़ा अस्पताल नहीं है। इलाज के लिए लोग रांची,दुर्गापुर जाते हैं।

साल – 2019

चंद्र प्रकाश चौधरी (आजसू) 6,48,278
जगन्नाथ महतो (झामुमो) 3,99,930
साल – 2014
रविंद्र पांडेय (भाजपा) 3,91,913
जगरनाथ महतो (झामुमो) 3,51,600

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