देश

पटियाला जेल में नवजोत सिंह सिद्धू को मिला मुंशी का काम, दो शिफ्टों में रहेगी ड्यूटी

चंडीगढ़ । 34 साल पुराने रोडरेज मामले में 1 साल की सजा काट रहे पूर्व क्रिकेटर और राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को पटियाला सेंटर जेल (Patiala Central Jail) में जेल अथॉरिटी द्वारा सहायक का काम सौंपा गया है. जेल की भाषा में इसे मुंशी कहा जाता है.

जेल सूत्रों की माने तो नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार से ही अपने कार्य को करना शुरु कर चुके हैं. नवजोत सिंह सिद्धू अपना काम 2 शिफ्ट में पूरा करेंगे. एक शिफ्ट सुबह 9:00 से 12:00 और दूसरी दोपहर 3:00 से 5:00 बजे तक रहेगी. इस बीच उन्हें 3 घंटे की ब्रेक भी मिलेगी.


सिद्धू नहीं खा रहे जेल की दाल-रोटी
हाल ही में खबर आई थी कि सिद्धू ने जेल में दाल-रोटी खाने से इनकार कर दिया है. जिससे उनकी तबीयत पर भी असर हो रहा है. सोमवार को उन्हें पटियाला के राजिंद्र हॉस्पिटल ले जाया गया.

जहां उनका मेडिकल चेकअप किया गया. सिद्धू का कहना है कि उन्हें गेहूं से एलर्जी है, ऐसे में उन्होंने जेल का खाना खाने से इनकार कर दिया. वे जेल की दाल रोटी नहीं खा रहे हैं. वे सिर्फ सलाद खाकर गुजारा कर रहे हैं.

सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ला का कहना है, सिद्धू को गेहूं से एलर्जी है. वह गेहूं की रोटी नहीं खा सकते. लंबे समय से वह रोटी नहीं खा रहे हैं, इसलिए उन्होंने स्पेशल डाइट मांगी है.

डाइट चार्ट जारी
अस्पताल की ओर से जारी डाइट चार्ट में कहा गया है कि सिद्धू रोज सुबह रोजमेरी चाय (Rosemary Tea), सफेद पेठे का आधा ग्लास जूस या नारियल पानी पीएं.

डॉक्टर्स ने सलाह दी है कि सिद्धू लंच से पहले बीटरूट, घीया, खीरा, मौसमी, तुलसी, आंवला का एक ग्लास जूस जरूर पीएं. या फिर तरबूज, खरबूज, कीवी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद, सेव या बेल का जूस पी सकते हैं.

डॉक्टर्स के मुताबिक जूस नहीं लेने की स्थिति में अंकुरित काले चने के साथ हरा चना, खीरा, टमाटर, नींबू का सेवन करें. नाश्ते में एक ग्लास दूध के साथ ही एक चम्मच अलसी, खरबूज या सनफ्लॉवर के बीज लें. साथ ही 5-6 बादाम, 1 अखरोट और 2 पेकन नट भी खाएं.

Share:

Next Post

यासीन मलिक का नया ठिकाना तिहाड़ जेल की बैरक नंबर 7, कैमरों से होगी निगरानी

Thu May 26 , 2022
नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत (Delhi court) ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के अलगाववादी नेताओं (Separatist leaders) में से एक यासीन मलिक (Yasin Malik) को टेरर फंडिंग के मामले (terror funding case) में उम्रकैद की सजा (sentenced to life) सुनाई। कोर्ट ने सजा सुनाते हुए कहा कि इन अपराधों का मकसद ‘भारत […]