- बदनामी होने लगी थी पुलिस की क्रेन की, लोगों को वसूली से भी मिलेगी निजात
इंदौर। यातायात पुलिस (Traffic police) की क्रेन अब सडक़ों से वाहनों को उठाने के बजाय उन्हें व्यवस्थित करवाने का काम करवाएगी। नई व्यवस्था के तहत फिलहाल नो पार्किंग में खड़े वाहनों को उठाने पर रोक लगा दी गईहै। वाहनों को उठाने और बाले-बाले छोडऩे के मामले में भी यातायात पुलिस की क्रेन की बदनामी होने लगी थी। फिलहाल चौराहों (intersections) पर इन क्रेनों को तैनात किया गया है।
नो पार्किंग में खड़े वाहनों को क्रेन से उठाकर यातायात पुलिस थाने (traffic police station) ले जाकर उनके मालिक से दंड वसूला (fined) जाता था, लेकिन इसकी आड़ में अवैध वसूली की शिकायतें भी पुलिस के बड़े अधिकारियों तक पहुंच रही थीं। बिना चालान रुपए लेकर वाहन को बीच में ही छोड़ देने की शिकायत भी आ रही थी। सूत्रों का तो यह भी कहना है कि क्रेन पर ड्यूटी लगवाने के लिए यातायात पुलिस के कर्मचारियों (police personnel) में होड़ मचती थी, क्योंकि ये कमाई का एक बड़ा जरिया थीं।
कुछ पुलिसकर्मी तो एक ही स्थान पर बार-बार जाकर वाहन उठाते थे और फिर दुकानदारों से भी वसूली की जाती थी। फिलहाल इन क्रेन के वाहनों को उठाने पर रोक लगा दी गई है। डीसीपी ट्रैफिक का पद संभालने के बाद महेशचंद्र जैन (Maheshchandra Jain) ने क्रेन को चौराहों पर तैनात करने और यातायात व्यवस्थित करने के काम में लगाया है। इनके साथ तैनात पुलिसकर्मियों से भी कहा गया है कि बाजारों में लगातार घूमकर अनाउंसमेंट करें। अगर कोई वाहन सडक़ पर खड़ा दिखता भी है तो उसे वहां से हटवाएं और पार्किंग में खड़ा करने के लिए कहें। इसके बाद सुबह और शाम कई क्रेन व्यस्ततम चौराहों पर नजर आने लगी हैं और लगातार अनाउंसमेंट कर रही हैं। फिलहाल ये प्रयोग अस्थायी (Experiment Temporary) तौर पर किया गया है और अगर यह सफल होता है तो इसे हमेशा के लिए लागू किया जाएगा, ताकि लोगों में यातायात को लेकर जागरूकता आए।
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