नई दिल्ली (New Delhi)। हर साल 24 सितंबर को ‘अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस’ (International Daughter’s Day) मनाया जाता है। हर रिश्ते का एक खास दिन मनाया जाता है, ऐसे में इस दिन बेटी दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने का एक खास उद्देश्य है। इस उद्देश्य के तहत पूरी दुनिया में बेटियों को भी बेटे के समान ही महत्व और सम्मान दिया जाए इसलिए यह दिन मनाया जाता है। बेटी की अहमियत उसके माता-पिता से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय डॉटर्स दिवस का महत्व
परिवार के सदस्यों के साथ संबंध बनाए रखने में एक बेटी का महत्वपूर्ण किरदार है। जिस समाज में महिलाओं को पुरूष से कमतर माना जाता है उस समाज में बदलाव लाने के लिए इस दिन की महत्वपूर्ण अहमियत है।
डॉटर्स दिवस क्यों मनाया जाता है
बेटियों को समर्पित यह दिन उनकी तारीफ करने और उनको यह बताने के लिए मनाया जाता है कि वे कितनी खास हैं। यह दिन बेटियों के लिए जागरूकता बढ़ाने और समानता को प्रोत्साहित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस दिन को मनाने का मतलब लोगों को जागरूक करना है कि लड़कियों को भी लड़कों की तरह समान अधिकार और अवसर मिलने चाहिए।
डॉटर्स दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र ने लड़कियों के महत्व को समझते हुए उन्हें सम्मान देने के लिए पहली बार 11 अक्टूबर 2012 को एक दिन बेटियों को समर्पित किया। दुनिया भर के देशों ने संयुक्त राष्ट्र की इस पहल का स्वागत किया। इसके बाद से ही हर देश में बेटियों के लिए एक दिन समर्पित किया गया है। हर देश में डॉटर्स दिवस अलग-अलग दिन मनाया जाता है।
