भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

स्कूलों के बाद आंगनबाडिय़ां भी खुलीं

  • शादियों पर भी मिल सकती है पाबंदियों से छूट

भोपाल। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से घट रहा है। जिसके चलते सरकार ने 1 फरवरी से स्कूलों को संचालित करने की छूट दे दी है। इसके बाद आज से प्रदेश भर मेंं आंगनबाड़ी केंद्र भी खुल रहे हैं। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य सरकार जल्द ही अन्य पाबंदियों से भी छूट दे सकती है। जिसमें शादी समारोह में 250 लोगों के शामिल होने की शर्त भी खत्म की जा सकती है।



मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 14 जनवरी को क्राइसिस कमेटी की बैठक ली। इस दौरान प्रदेश में कुल 21,387 केस थे। पॉजिटिविटी रेट 6 प्रतिशत था। एक्टिव केस के 96.7 प्रतिशत रोगी होम आइसोलेशन में थे। सिर्फ 3.3 रोगी अस्पतालों में एडमिट हुए थे। उपलब्ध बिस्तर क्षमता 67 हजार 164 है, जिसमें से कुल 1.17 प्रतिशत का उपयोग हो रहा था। राज्य सरकार ने 14 जनवरी को कक्षा 1 से 12वीं तक स्कूलों बंद किए गए थे। यह पाबंदी 31 जनवरी को खत्म कर 1 फरवरी से छात्रों की 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ वापस खोल दिए गए हैं। अन्य छूट देने को लेकर सरकार अगले कुछ दिनों के भीतर निर्णय ले सकती है।

ये पाबंदी बरकरार, मिल सकती है छूट
फिलहाल राजनीति, सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक, मनोरंजन आदि आयोजनों में 250 व्यक्तियों की सीमा तय की गई। यह प्रतिबंध बरकरार है। बंद हॉल में 50 हाल की क्षमता से 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति के ही आयोजन की शर्त लागू की गई। यह प्रतिबंध बरकरार है। खेलकूल संबंधी गतिविधियों के लिए स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति पर रोक लगाई। दर्शकों को बैन किया। यह प्रतिबंध बरकरार है। मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इन पर से भी रोक हटाई जा सकती है। सरकार ने 5 जनवरी को गाइडलाइन जारी कर प्रतिबंध लगाया था।

अभी जारी है नाइट कफ्र्यू
फिलहाल ात 11 से सुबह 5 बजे तक कफ्र्यू जारी है। साथ ही थिएटर, सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल, स्टेडियम, क्लब, कोचिंग क्लासेस, स्कूल-कॉलेज, मॉल, दुकान पर जाने के लिए दोनों डोज का सर्टिफिकेट अनिवार्य किया। यह प्रतिबंध बरकरार है। यदि कोई व्यक्ति बिना मास्क के घूमता मिले, तो उसके खिलाफ जुर्माना की कार्रवाई की जाए, यह प्रतिबंध बरकरार है।

फिलहाल ये हैं कोरोना से निपटने के इंतजाम
मध्यप्रदेश में 22 हजार 332 आइसोलेशन बेड, 31 हजार 680 ऑक्सीजन बेड, 13 हजार 152 आईसीयू/एचडीयू बेड और 890 पीआईसीयू बेड उपलब्ध हैं। प्रदेश में वर्तमान में 17 हजार ऑक्सीजन कन्संट्रेटर सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में उपलब्ध हैं। कुल 36 हजार 393 ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा 51 जिला चिकित्सालयों में 6 ्यरु टैंक स्थापना की पहल और प्राइवेट क्षेत्र में 151 मीट्रिक टन और शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में 353 मीट्रिक टन क्षमता के टैंक उपलब्ध हैं। 204 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट मंजूर किए गए हैं। इनमें से 190 प्लांट एक्टिव हैं।

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