दमोह (Damoh)। मध्य प्रदेश के दमोह में हिजाब और धर्मांतरण मामले (hijab and conversion matters) में गंगा जमना स्कूल की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं। बीते दिनों फरार आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क (attachment of the properties of the accused) करने के आदेश के बाद शुक्रवार को स्कूल से जुड़े संचालकों समेत फरार आरोपियों के बैंक खातों पर रोक लगाने के निर्देश दमोह एसपी ने दिए हैं। उन्होंने कहा है कि फरार आरोपियों के सभी बैंक खातों पर तत्काल वैधानिक कार्रवाई की जाए।
दो महीने पहले गंगा जमना स्कूल तब सुर्खियों में आया था जब हिंदू छात्राओं का हिजाब में फोटो स्कूल के बैनर पर लगाया गया था। स्कूल प्रबंधन ने बैनर में 10वीं के टॉपर्स की फोटो लगाई थी। इसमें 18 बच्चों की फोटो थी जिसमे 15 लड़कियां शामिल थीं। तस्वीर में 4 हिन्दू लड़कियां थी जो हिजाब में नजर आ रही थीं। बैनर की तस्वीर वायरल हो गई थी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने स्कूल पर धर्मांतरण के आरोप लगते हुए छानबीन कराए जाने की मांग की थी।
आखिरकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर एसडीएम, सीएसपी समेत पांच सदस्यों की टीम धर्मांतरण के आरोपों की जांच के लिए बनाई गई थी। राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग के दखल के बाद स्कूल के संचालकों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। मामले में स्कूल की प्रिंसिपल, एक टीचर और एक चपरासी की गिरफ्तारी हुई थी जो जेल में हैं। मामले में संचालक मंडल के ग्यारह सदस्य फरार चल रहे हैं। पुलिस ने स्कूल के नवनिर्मित भवन को अवैध करार देते हुए उसके टॉप फ्लोर को गिरवा दिया था।
यही नहीं अधिकारियों ने गंगा जमना स्कूल के संचालकों की दाल मिल पर छापेमारी कर के उसको सील कर दिया था। पुलिस की कार्रवाई को देख सभी आरोपी फरार हो गए। इन आरोपियों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। दमोह के पुलिस अधीक्षक ने सभी फरार आरोपियों के बैंक खातों पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस ने एक फरार आरोपी पर दस हजार और तीन आरोपियों पर पांच पांच हजार का इनाम भी घोषित किया हुआ है। आरोपियों की चल अचल संपत्ति को सीज करने के आदेश भी दिए गए हैं।