बेंगलुरु। कर्नाटक में पूर्व सीएम सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार, रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत 36 कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में इन नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 341,143 व 103 केपी के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन सभी पर मुख्यमंत्री आवास पर अवैध रूप से प्रदर्शन करने का आरोप है।
ईश्वरप्पा की गिरफ्तारी को लेकर किया था प्रदर्शन
कर्नाटक में एक कांट्रैक्टर की खुदकुशी से उठा बवाल गहराता जा रहा है। इस मामले में मंत्री ईश्वरप्पा का नाम सामने आने के बाद से विपक्ष मुखर है। पिछले सप्ताह ईश्वरप्पा की गिरफ्तार की मांग को लेकर कांग्रेसी नेताओं ने प्रदर्शन किया था। ये नेता सीएम आवास की ओर बढ़ ही रहे थे कि इन्हें हिरासत में ले लिया गया था। दरअसल, ईश्वरप्पा पर कांट्रैक्टर संतोष पाटिल को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। ईश्वरप्पा और उनके दो सहयोगियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।
कांट्रैक्टर ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
कांट्रैक्टर ने खुदकुशी से पहले मंत्री ईश्वरप्पा के खिलाफ कथित तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उसने कहा था कि 40 फीसदी रिश्वत मांगी जा रही थी। मंगलवार को उडुपी की एक लॉज में पाटिल का शव मिला था। उसने अपनी मौत का जिम्मेदार ईश्वरप्पा को बताया था। इसके बाद से विपक्ष ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
ईश्वरप्पा को गिरफ्तार करें : कांग्रेस
उधर, कांग्रेस नेता नासिर हुसैन ने कहा है कि खुदकुशी मामले में मंत्री ईश्वरप्पा सीधे तौर पर शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ईश्वरप्पा कांट्रैक्टर संतोष पाटिल से 40 फीसदी कमीशन मांगते थे। ईश्वरप्पा को तत्काल पद से हटाकर गिरफ्तार कर लेना चाहिए।
कांग्रेस को इस्तीफा मांगने का हक नहीं : बोम्मई
उधर, कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस को ईश्वरप्पा का इस्तीफा मांगने का नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस राज में बहुत हत्याएं और हिंसा हुई है। कांग्रेस भ्रष्टाचार की गंगोत्री है, इसलिए उसे इस मसले पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। मामले की शुरुआती जांच चल रही है। एक बार रिपोर्ट आ जाए, फिर हम उस पर फैसला लेंगे।