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आयकर विभाग ने 10 हजार करोड़ रुपये की टैक्‍स चोरी पकड़ी, 45 कंपनियों को भेजा नोटिस

नई दिल्‍ली (नई दिल्‍ली) । आयकर विभाग (Income Tax Department) ने 10 हजार करोड़ रुपये के टैक्‍स चोरी का खुलासा किया है. ये टैक्‍स चोरी तीन साल के दौरान ऑनलाइन रिटेल कंपनियों की ओर से की गई है, जिसे लेकर आयकर विभाग ने 45 ब्रांडों को टैक्स नोटिस (IT Department Tax Notice) भी भेजा है. ऑनलाइन रिटेल कंपनियों सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म Facebook और Instagram का इस्‍तेमाल करके प्रोडक्‍ट की सेल किया, लेकिन अपने इनकम अपने इनकम की पूरी जानकारी नहीं दी. साथ ही इन ब्रांडों ने टैक्‍स का भी पूराा भुगतान नहीं किया.

आयकर विभाग ने 45 ऑनलाइन रिटेल ब्रांडों को टैक्‍स नोटिस अक्‍टूबर से नंवबर के बीच में भेजा है. आयकर विभाग (IT Department) ने कहा है कि इन 45 ब्रांडों के अलावा कुछ और भी शामिल हैं, जिन्‍हें जल्‍द ही टैक्‍स नोटिस भेजा जाएगा. इन कंपनियों ने भी टैक्‍स का भी भुगतान नहीं किया है और न ही अपने इनकम का खुलासा किया है.


कब भेजा गया ब्रांडों को नोटिस
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सीनियर ऑफिसर ने कहा कि बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों (e-commerce Companies) को छोड़कर हम इंस्‍टाग्राम और फेसबुक पर अपने प्रोडक्‍ट सेल करने वाले ब्रांडों की निगरानी कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि इस जांच के दौरान करीब 10 हजार करोड़ की टैक्‍स चोरी का मामला सामने आया है और इसके लिए आईटी डिपॉर्टमेंट ने 45 ब्रांडों को नोटिस अक्‍टूबर के लास्‍ट वीक और 15 नवंबर के बीच भेजा था, जो असेसमेंट ईयर 2020 से लेकर 2022 के लिए था. वहीं अभी कुछ अन्‍य कंपनियों की निगरानी की जा रही है.

कौन सा कारोबार करती है ये ई-कॉमर्स कंपनियां
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन 45 कंपनियों को टैक्‍स नोटिस भेजा गया है, वह अलग-अलग प्रोडक्‍ट सेल करती हैं. ये कंपनियां ज्‍वेलरी, फूटवियर, बैग और गिफ्ट प्रोडक्‍ट बेचती हैं. इन कंपनियों में कुछ ई-कॉमर्स की प्रमुख कंपनियां भी शामिल हैं, जो सोशल मीडिया के माध्‍यम से ग्राहकों तक पहुंच बना रही हैं. इसके अलावा कुछ ऐसी भी कंपनियां हैं, जो भारत के साथ ही विदेशों में भी अपने प्रोडक्‍ट को सेल कर रही हैं.

टर्नओवर से बहुत कम भरा गया रिटर्न
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये कंपनियां केवल एक छोटी सी दुकान और गोदामों के साथ इंस्‍टाग्राम के माध्‍यम से बिक्री कर रही हैं और उनका टर्नओवर 110 करोड़ रुपये से ज्‍यादा है, जबकि इन कंपनियों ने सिर्फ 2 करोड़ रुपये का आयकर रिटर्न दाखिल किया है. ऑनलाइन रिटेल विक्रेताओं की ओर से ज्‍यादातर भुगतान यूपीआई के माध्‍यम से किए गए थे, जिस कारण आईटी विभाग ने इन्‍हें आसानी से ट्रैक कर लिया. गौरतलब है‍ कि देश में 22.9 करोड़ से ज्‍यादा एक्टिव इंस्‍टाग्राम यूजर्स हैं, जो दुनिया में सबसे ज्‍यादा हैं. वहीं फेसबुक यूजर्स की बात करें तो इनकी संख्‍या 31.4 करोड़ से ज्‍यादा है.

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