भोपाल। सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन लॉन्च (National Monetization Pipeline News ) की है। इस स्कीम के तहत केन्द्नर सकरार ने सरकारी सम्पतियो सूची जारी की है, जिन्हे निजी हाथों में दिया जायेगा । इसमें भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट (Bhopal-Indore) भी शामिल है। भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट (Raja Bhoj Airport) को 2024 को तक तो इंदौर (Indore) को 2022 में निजी हाथों में दिया जाएगा। अनुमान के अनुसार इंदौर एयरपोर्ट से सलाना कमाई 400 करोड़ रुपये और भोपाल एयरपोर्ट से 159 करोड़ रुपये की कमाई होगी। अतःनिजी हाथों में जाने के बाद भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट पर फ्लाइट की संख्या भी बढ़ेगी, साथ ही सुविधाओं में भी बढ़ोत्तरी होगी। एक सितंबर से इंदौर से दुबई (Dubai) के लिए फ्लाइट शुरू हो रही है। इसके साथ ही एयरपोर्ट का विस्तार भी होगा। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International Flights) की भी शुरुआत होगी।
इसी के साथ खेल मंत्रालय (Sports Ministry) के अधीन आने वाले भोपाल साई सेंटर (Bhopal Sai Center) को भी निजी हाथों में दिया जाएगा।साई सेंटर में एथलिट्स को प्रशिक्षण दिया जाता है। यह 100 एकड़ में फैला हुआ है। स्पोर्ट्स ऑथरिटी ऑफ इंडिया (Sports Authority of India) इसका संचालन करता है। इसमें इंडोर-आउटडोर स्टेडियम और हॉस्टल आदि है।
प्रदेश के ये है वो नौ हाईवे जो निजी हाथों में जाएंगे
नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन के तहत एमपी के नौ हाईवे के कुछ हिस्से भी इसमें जाएंगे। इसमें झांसी-शिवपुरी के 35 किलोमीटर, खलघाट-इंदौर के 80 किलोमीटर, लखनादौन-महगांव के 57 किलोमीटर, अमरवाड़ा-छिंदवाड़ा के 123 किलोमीटर, छिंदवाड़ा-सिवनी के 61 किलोमीटर, अमरवाड़ा-नरसिंहपुर के 70 किलोमीटर, बोरखेई-वडनेर-देवधारी के 86 किलोमीटर, बारां-शिवपुरी के 121 किलोमीटर और कोटा-बारां-शिवपुरी-झांसी के 300 किलोमीटर हैं।
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