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12वीं की परीक्षा को लेकर उच्‍चस्‍तरीय बैठक आज, राज्यों के साथ संयुक्त बैठक में सभी पहलुओं पर होगी चर्चा

नई दिल्लीः 12वीं की परीक्षा को लेकर मौजूद असमंजस की स्थिति के बीच आज एक उच्‍चस्‍तरीय बैठक बुलाई गई है. केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त बैठक (joint meeting) में परीक्षा को लेकर प्रत्येक पहलुओं पर चर्चा की जाएगी. जिसके बाद ये तय किया जाएगा की 12वीं की परीक्षा होगी या नहीं? या अन्य किसी विकल्प पर निर्णय लिया जाएगा. केंद्रीय रक्षा मंत्री (Defense Minister) राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव, परीक्षा का आयोजन कराने वाले बोर्डो के अध्यक्ष, और परीक्षा नियंत्रण से जुड़ी अन्य संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहेंगे.

गौरतलब है कि कोरोना (Corona)के चलते सभी राज्यों के शिक्षा बोर्डों, सीबीएसई, आईसीएसई ने 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. साथ ही एनटीए समेत राष्ट्रीय परीक्षाओं (National examinations) का आयोजन करने वाली अन्य संस्थाओं ने भी परीक्षाएं स्थगित की हुई हैं. जबकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 30 मई को परीक्षाओं को लेकर भावी योजना के बारे में बताने की बात कह चुके हैं. कोई निर्णय लेने से पहले केंद्र सरकार सभी पहलुओं पर विचार करना चाहती है.



इसी कड़ी में केंद्रीय शिक्षा मंत्री (Union Minister of Education) रमेश पोखरियाल निशंक एक सप्ताह पहले राज्यों के शिक्षा सचिवों के साथ बैठक कर चुके हैं. इसी क्रम में रविवार को एक बार फिर एक बड़ी बैठक बुलाई गई है.

इन संभावनाओं पर हो सकता है निर्णय

– कोरोना के सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए प्रतिदिन रैपिड टेस्ट कराते हुए परीक्षाओं का आयोजन हो

– परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए और एक कमरे में कम से कम परीक्षार्थियों के साथ परीक्षा का आयोजन हो

– परीक्षा को कुछ दिनों के लिए और टाल दिया जाए और स्थिति सुधरने पर जुलाई के मध्य में परीक्षाएं कराई जाए.

– कुछ मेजर विषयों की ही परीक्षा कराई जाए, जबकि सामान्य विषयों में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट कर दिया जाए

– पढ़ाई की तरह ही ऑनलाइन परीक्षा का हो आयोजन

– परीक्षा रद्द कर हाईस्कूल की तरह ही छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट कर दिया जाए

पीएम छात्रों के भविष्य और स्वास्थ्य को लेकर हैं चिंतित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) बच्चों के भविष्य को लेकर परेशान तो है ही लेकिन उनके साथ स्वास्थ्य को लेकर भी चिंतित हैं. यही कारण है कि पीएम के निर्देश पर परीक्षाओं को आयोजित कराने को लेकर एक मंत्रियों के समूह का गठन किया गया है. जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.

राजनाथ सिंह की अगुवाई में गठित किए गए केंद्रीय मंत्रिमंडल समूह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्र सरकार के दो पूर्व शिक्षा मंत्री और मौजूदा समय में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे स्मृति ईरानी और प्रकाश जावड़ेकर को रखा गया है.

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