बीजिंग । रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच मुठभेड़ (Encounter) होने से विश्व (World) में अनाज सप्लाई का जोखिम (Grain Supply Risk) बढ़ा है (Raises), साथ ही अनाज की कीमतों (Grain Prices) में लगातार इजाफा हो रहा है (Continue to Rise), जो पिछले सालों में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।
यूक्रेन से मिली खबर के मुताबिक मुठभेड़ से यूक्रेन में मकई रोपण के क्षेत्रफल में गिरावट आएगी, जबकि खाद न डालने से भी फसल पर असर पड़ेगा। घरेलू सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए यूक्रेन सरकार ने 9 मार्च को गेहूं जैसे प्रमुख कृषि उत्पादों के निर्यात पर पाबंदी लगायी, जिससे एशिया, अफ्रीका और यूरोप आदि देशों के खाद्य पदार्थों के आयात पर गंभीर रूप से प्रभाव पड़ा है।
विश्लेषकों का मानना है कि यदि मुठभेड़ आगे चलती है या और तीव्र होती है, तो विश्व में अनाज सप्लाई का संकट पैदा हो सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच मुठभेड़ से वैश्विक अनाज सुरक्षा की चिंता पैदा हुई है। मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र के प्रमुख आयातित देश नये गंतव्य को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। कई देशों ने कृषि उत्पादों का निर्यात बंद कर दिया है।
अनुमान है कि अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया आदि देश गेहूं, मकई और सोयाबीन उगाने पर जोर देंगे, लेकिन सप्लाई की मांग को पूरा नहीं किया जा सकता है। विश्व में कृषि उत्पादों की सप्लाई और कम होगी और दाम बढ़ते रहेंगे।
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