नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के कथित शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी हैं. ED ने पूछताछ के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था. लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दी है और वह फिलहाल जेल से बाहर हैं. केजरीवाल जब जेल में बंद थे तब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने मोर्चा संभाल रखा था. ऐसे में सुनीता केजरीवाल के राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई थीं. अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस अटकलबाजी को लेकर बड़ी बात कही है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि भविष्य में उनकी पत्नी के चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि उनकी (सुनीता की) सक्रिय राजनीति में कोई रुचि नहीं है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कई बातों पर अपना रुख स्पष्ट किया है. उन्होंने विस्तार से अपनी बातें रखीं जिनमें जेल के दौरान ‘अपमान’, उनपर लगाए गए आरोप, परिवार की मनोदशा, लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की संभावनाएं आदि शामिल हैं. बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिसपर फिलहाल सुनवाई चल रही है. मामले की सुनवाई के दौरान ही उन्हें अंतरिम जमानत देने की बात उठी थी. इसके विरोध में ईडी की दलीलों के बावजूद शीर्ष अदालत ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दे दी थी.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पत्नी सुनीता केजरीवाल को लेकर भावुक भी हो गए. उन्होंने कहा, ‘मेरे जीवन के हर कदम पर सुनीता ने मेरा साथ दिया है. मैं उनके जैसी जीवनसंगिनी पाने वाला सौभाग्यशाली व्यक्ति हूं. मुझ जैसे सनकी इंसान को बर्दाश्त करना आसान नहीं है.’ उन्होंने याद किया कि दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में काम करने के लिए साल 2000 में मैंने आयकर आयुक्त की नौकरी से छुट्टी ली और फिर सामाजिक कार्य पर पूरा वक्त देने के लिए इस्तीफा दे दिया. अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘उस समय मुझे इस बात का कोई अंदाज़ा नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या कोई पार्टी बनाऊंगा या चुनाव लड़ूंगा. मैं बस प्रोत्साहित था और मैंने 10 साल तक काम किया. तब भी उन्होंने मेरा साथ दिया. सोचिए कि तब उन पर क्या गुजरी होगी.’
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली सरकार की (अब रद्द की जा चुकी) आबकारी नीति में कथित अनियमितताएं एवं मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के सिलसिले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें वर्तमान लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के पक्ष में प्रचार करने के वास्ते 10 मई को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया. अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी एवं पूर्व आयकर अधिकारी सुनीता केजरीवाल ने पार्टी की राजनीतिक कमान संभाल ली थी. उन्होंने जेल से भेजा गया अरविंद केजरीवाल का संदेश पढ़कर सुनाया, रोडशो किया और विपक्ष की रैलियों में भाषण दिया.