इंदौर। इस साल मानसून सीजन (monsoon season) में यदि तेज बारिश (heavy rain) से नर्मदा ब्रिज (Narmada Bridge) का जलस्तर बढ़ा, तो मोरटक्का (Mortakka) स्थित पुराने ब्रिज (Bridge) को फिर बंद करना पड़ेगा। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी आफ इंडिया (NHAI) का कहना है कि जून में तो जलस्तर अत्यधिक बढऩे की संभावना कम है, लेकिन जुलाई-अगस्त में जलस्तर बढऩे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
पिछले साल भी नर्मदा नदी का जलस्तर पुल के ऊपर आ गया था। तब करीब डेढ़-दो महीने तक नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) के पुल पर हलके वाहनों का ट्रैफिक डायवर्शन करना पड़ा था। वर्तमान ब्रिज अपनी उम्र पूरी कर चुका है और भारी वाहनों के लिए खतरनाक हो गया है। एनएचएआई इंदौर-अकोला फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत नया उच्चस्तरीय पुल बना रही है, लेकिन उसे बनने में अभी कम से कम नौ-10 महीने का समय लग सकता है। 1275 मीटर लंबा नया पुल सिक्स लेन चौड़ा बनाया जा रहा है।
संभागायुक्त ने दिए समयसीमा में काम पूरा करने के निर्देश
संभागायुक्त दीपक सिंह ने शनिवार को इंदौर संभाग में एनएचएआई द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे प्रोजेक्टों की समीक्षा की। अफसरों ने उन्हें मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बनाए जा रहे नए पुल के कार्य में अब तक हुई प्रगति की जानकारी दी। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि पुल का निर्माण तय समयसीमा में पूरा किया जाए। इसके अलावा उन्होंने इंदौर के ग्रेटर रिंग रोड, इंदौर-ऐदलाबाद फोर लेन हाईवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे आदि प्रोजेक्टों को लेकर अफसरों से जानकारी ली।
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