चुनाव 2024 बड़ी खबर

बिहार में फिर 2019 का इतिहास दोहरा सकता है NDA, महिला वोटर बनेंगी गेम चेंजर!

पटना। बिहार (Bihar) में छह चरण में अब तक 32 सीटों पर मतदान हो चुका है। इण्डिया गठबंधन हो या एनडीए दोनों ही अपने जीत के दावे कर रहे हैं। इस बार वोटर बिल्कुल साइलेंट है लेकिन इन सबके बीच चुनाव आयोग (election Commission) द्वारा बीते छह चरण के मतदान के जो आंकड़े जारी किये गए है वो काफी हैरान करने वाले हैं। यदि इन आंकड़ों को देखें तो महिलाओ का वोट प्रतिशत पहले चरण के बाद से ही लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में राजनीतिक जानकार यही बताते है की महिलाओं का वोट ही इस बार किसी चुनाव में जीत हार का फैसला तय (The decision of victory or defeat in elections is decided) करेगा।

बिहार में छह चरणों के मतदान के दौरान मतदान का कम प्रतिशत चुनाव आयोग के साथ साथ राजनीतिक दलों के लिए भी चिंता का सबब बना है। बिहार में अब तक हुए मतदान में पिछली बार की तुलना में पांच से पंद्रह प्रतिशत तक कम मतदान हो रहा है। चुनाव आयोग ने सोमवार को बीते छह चरण में हुए मतदान का प्रतिशत जारी किया है। इसके अनुसार बिहार में पहले चरण में 19 अप्रैल को 49.26 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले चरण में बिहार के गया, औरंगाबाद, जमुई और नवादा में मतदान हुआ था. इसमें 49.50 प्रतिशत पुरुष मतदाता थे जबकि 48.90 प्रतिशत महिला मतदाता।


इसके बाद दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को हुआ। इस चरण में पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, भागलपुर और बांका में मतदान हुआ। इसमें मतदान का प्रतिशत 59.45 रहा। इस चरण में महिलाओ के मतदान का प्रतिशत बढ़ गया। इस चरण में पुरुषो के मतदान का प्रतिशत 56.41 रहा तो महिलाओ के मतदान का प्रतिशत 62.73। इसके बाद तीसरे चरण में 7 मई को पांच सीटों पर मतदान संपन्न हुआ। इनमें झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा अररिया और खगड़िया में चुनाव हुए। इस चरण में कुल मतदान का प्रतिशत 59.15 रहा। इनमें पुरुष मतदान का प्रतिशत 53.27 था तो महिलाओ का 65.20 रहा। यानि महिलाओ का मत प्रतिशत पुरुषो के मुकाबले ज्यादा रहा।

चौथे चरण का मतदान बिहार में पांच सीटों के लिए 13 मई को हुआ। इस दिन समस्तीपुर, दरभंगा, उजियारपुर, बेगूसराय और मुंगेर में मतदान हुआ. कुल मतदान का प्रतिशत रहा 58.21. इसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या रही 54.39 प्रतिशत जबकि महिलाओ मतदाताओं का प्रतिशत रहा 62.47। यानि इस चरण में भी महिलाओ ने बम्पर वोटिंग की। पांचवे चरण में बिहार में 20 मई को मतदान हुआ। इस चरण में बिहार के हाजीपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी में मतदान हुआ। पांचवे चरण में 52.42 प्रतिशत पुरुष मतदाता ने वोट किया तो 61.58 प्रतिशत महिला मतदाता ने जबकि कुल मतदान का प्रतिशत 56.76 रहा ।

अब तक छह चरण का मतदान हो चुका है। छठे चरण में 25 मई को आठ लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। इस चरण में बिहार के पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, शिवहर, वैशाली, वाल्मीकिनगर, सीवान, गोपालगंज और महराजगंज में मतदान हुआ। इस चरण में पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत 51.95 तो महिलाओ के मतदान का प्रतिशत 62.95 रहा। कुल मतदान का प्रतिशत 57.18 रहा।

इन आंकड़ों को देखा जाए तो इन छह चरणों में यदि पहले चरण के मतदान को छोड़ दिया जाए तो उसके बाद के सभी चरण में महिलाओ का प्रतिशत बढ़ते गया। अब सवाल उठता है की महिलाओ के मतदान प्रतिशत के क्या मायने है.? इस बारे में राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार की मानें तो 2019 में भी महिलाओ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। कुल 57.33 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि महिलाओ ने 59.58 प्रतिशत मतदान किया था। तब एनडीए को 40 में से 39 सीटें मिली थी। 2024 में भी महिलाओ के वोटिंग का प्रतिशत उच्चतर स्तर पर है। ऐसे में सवाल उठता है की क्या बिहार एक बार फिर 2019 के परिणाम की पुनरावृति करेगा?

पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता रामपुकार सिन्हा के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला शक्ति पर बहुत जोर दिया है। हर समाज हर धर्म की महिलाओ के सशक्तिकरण के लिए जो काम पिछले 10 वर्षो में हुआ है वैसा पहले कभी नहीं हुआ था। इससे पहले विधानसभा चुनावों के दौरान भी बिहार में महिलाओं का वोट नीतीश कुमार और पीएम मोदी के साथ गया था। उज्ज्वला योजना, शौचालय, आयुष्मान योजना के कारण मोदी का महिलाओं में काफी पैठ है। चुनाव में इसका लाभ भी मिल रहा है।

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